चंदौली का नाम संत कीनाराम जिला करने की उठी मांग, सरकार तक आवाज पहुंचाने की अपील
चंदौली
बाबा कीनाराम जन्मोत्सव समारोह के अंतिम दिन चंदौली का नाम संत कीनाराम जिला करने की मांग उठी। हिंदी के विद्वान और पूर्व प्राचार्य डॉ. गया सिंह ने इसके लिए प्रेरित किया। हिंदी के विद्वान और हरिश्चंद्र पीजी कालेज-वाराणसी के पूर्व प्राचार्य डॉ. गया सिंह ने कहा कि बाबा कीनाराम ने अपने व्यक्तित्व व कृतित्व से सामाजिक कुप्रथाओं का उन्मूलन किया। उन्होंने देश- विदेश में अघोर संप्रदाय के लक्ष्यों व विचारों को मजबूती से पहुंचाया। चूंकि चंदौली बाबा की जन्मस्थली है, ऐसे में उनके प्रति श्रद्धा अर्पण के लिए इसका नामकरण बाबा कीनाराम के नाम पर किया जाना चाहिए।
डा. सिंह ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों के नाम संत महात्माओं के नाम पर रखे गए हैं। रामगढ़ में चल रहे बाबा कीनाराम जन्मोत्सव के आखिरी दिन आयोजित गोष्ठी में डा. सिंह ने लोगों का आह्वान किया कि नाम बदलने के लिए गंभीरता के साथ सार्थक प्रयास करने होंगे। सरकार तक अपनी आवाज पहुंचानी होगी।
उन्होंने कहा कि संत कीनाराम के विचारों को आत्मसात कर मानव अपने जीवन को सफल बना सकता है। इससे पूर्व उन्होंने दीप प्रज्वलित कर गोष्ठी का शुभारंभ किया। इस मौके पर धनंजय सिंह ने कहा कि बाबा की इस तपोभूमि पर दुनियाभर के अनुयायी श्रद्धाभाव से नमन करने साल में एक बार अवश्य आते हैं। मठ के प्रधान व्यस्थापक अरुण सिंह ने कहा कि बाबा कीनाराम के धराधाम पर आने वाले सभी लोगों पर उनकी कृपा बरसती है।