दिल्ली के कारोबारी ने नकली सोना गिरवी रखकर बैंक से लिया लोन
ग्वालियर
ग्वालियर में एक बैंक को ही ठग लिया गया है…सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा होगा, लेकिन यह सच है। यह ठगी करने वाला आरोपित है दिल्ली का कारोबारी, जिसने नकली सोने के जेवर बैंक में गिरवी रख दिए। इसके बाद गहनों के एवज में लोन ले लिया, जब उसने कर्ज नहीं चुकाया तो बैंक ने उसके गहनों को जब्त करने की प्रक्रिया की। इसमें जब जांच की गई तब यह राज खुला। जब उसने सोना रखा ही नकली था तो कर्ज चुकाकर इसे वापस क्यों लेगा? यह खुलासा होने के बाद बैंक प्रबंधन हरकत में आया। जिस शाखा में यह जालसाजी हुई है, वहां के प्रबंधक ने ग्वालियर के यूनिवर्सिटी थाने में एफआइआर दर्ज करवाई है। पुलिस आरोपित की तलाश के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन अभी उसका कोई सुराग नहीं लगा है।
यह है कहानी
आइसीआइसीआइ बैंक की सिटी सेंटर स्थित शाखा। आइसीआइसीआइ बैंक में गोल्ड लोन की भी सुविधा है। कुछ समय पहले यहां बुरहान जुबेर पुत्र राशिद जुबेद निवासी शीलमपुर, नार्थ ईस्ट दिल्ली पहुंचा। उसने बताया कि उसे व्यापार के लिए कुछ पैसों की जरूरत है। उसने अपना आधार कार्ड लगाकर यहां 124 ग्राम 50 मिली ग्राम साेने के जेवर गिरवी रखे। बैंक ने जेवर के एवज में 4 लाख 97 हजार 505 रुपये का लोन स्वीकृत किया। लोन की राशि उसके खाते में ट्रांसफर कर दी गई। बैंक द्वारा लोन के एवज में ब्याज लिया जाता है। जब पूरी रकम चुका दी जाती है तो गहने वापस कर दिए जाते हैं। जब उसने लोन नहीं चुकाया तो बैंक ने इसे जब्त किया। इसके बाद सोने को गलाया जाता है। इस दौरान यह खुलासा हुआ। तब शाखा प्रबंधक प्रशांत गुप्ता ने यूनिवर्सिटी थाने पहुंचकर धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज करवाई।