भिलाई/रायपुर.
छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से भिलाई की रहने वाली जोगी दीपिका जोगी की वतन वापसी हो गई है। रोजगार की तलाश में दीपिका ओमान पहुंची थी और जहां उसे बंधक बना लिया गया था। अब प्रदेश सरकार महिला को बंधन मुक्त कराकर भिलाई ले आई है। दीपिका एंबेसी के सहयोग से शुक्रवार रात रायपुर एयरपोर्ट पहुंची। उन्हें लेने वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन खुद पहुंचे। रायपुर एयरपोर्ट पहुंचने के बाद दीपिका से उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और विधायक रिकेश सेन ने मुलाकात की।
दीपिका ने उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन का आभार जताया। उसने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से भारत वापस आई हूं, वरना कभी भारत वापस नहीं पाती। दीपिका ने बताया कि वहां एंबेसी में एक-एक साल से लोग वेटिंग में हैं। वहीं दीपिका ने बताया कि जिस घर में वह काम करना गई थी, वहां एक बूढ़ी महिला की सेवा करने के नाम पर लेकर गए थे। लेकिन उस बूढ़ी महिला के नौ बेटे थे और सभी बेटे के तीन से चार बच्चे थे। उस घर में परिवार के 40 सदस्य थे और उस घर में वह अकेली काम करने वाली महिला थी। साथ ही अन्य काम भी कराया जाता था और नहीं करने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी। दीपिका जोगी ने सोशल मीडिया पर कुछ दिनों पहले वीडियो पोस्ट कर मदद को गुहार गई थी। वीडियो में महिला ने बताया था कि उसे झूठ बोलकर ओमान में लाया गया और बंधक बना लिया गया। उसके साथ मारपीट की जाती है, वह वापस भारत नहीं लौट पा रही है। उसे दूसरे लोगो के पास बेचने की धमकी दी जा रही है। दीपिका ने बताया कि जब वो ओमान से निकली, तो उसके पास पैसे नहीं थे। इससे उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। छत्तीसगढ़ शासन ने ओमान से दिल्ली और विधायक रिकेश सेन ने उसे दिल्ली से रायपुर लाने की व्यवस्था करवाई है।
हाउस मेड की नौकरी के लिए दीपिका केरल की एक प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से गई थी। खुर्सीपार निवासी मुल्ला मोहम्मद इमरान खान, हैदराबाद निवासी अब्दुल ने खाना बनाने का काम दिलाने की बात कही थी। इसके बाद दीपिका को दुर्ग से हैदराबाद ले जाया गया और फिर वहां से उसे मस्कट के लिए भेजा गया। मस्कट एयरपोर्ट से दीपिका को हफीजा के घर जैनब लेकर गई। जहां उसे बंधक बना लिया गया था।