खत्म हुई बैंक में 2000 का नोट बदलने की तारीख, अगर आपके पास भी है गुलाबी नोट तो करना होगा यह काम
नई दिल्ली
2000 के नोट 7 अक्टूबर से बैंक में जमा कराने या बदलने की समयसीमा समाप्त हो चुकी है। अगर आपके पास भी गुलाबी नोट है तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 30 सितंबर को 2000 के नोट बदलने की समयसीमा एक हफ्ते बढ़ाकर 7 अक्टूबर तक कर दी थी। इसके बाद भी अगर आप 2000 का नोट बदल नहीं पाए या फिर बैंक में जमा नहीं करा पाए हैं। अब आपके पास यह विकल्प है।
डेडलाइन खत्म होने के बाद ये विकल्प
2,000 रुपये के नोट बैंकों और RBI क्षेत्रीय कार्यालयों के जरिए जमा कराने के डेडलाइन को बढ़ाने के साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक ने लोगों को इस लास्ट डेट खत्म होने के बाद बचे नोटों की वापसी के लिए भी सुविधा दी हुई है। जी हां अगर 7 अक्टूबर के बाद भी ये नोट आपके पास रह जाते हैं, तो घबराएं नहीं आरबीआई सर्कुलर के मुताबिक इन्हें भी जमा कराया जा सकेगा। RBI की ओर से कहा गया था कि इस स्थिति में आप बैंक में जाकर इन नोटों को जमा नहीं करा पाएंगे, लेकिन 7 अक्टूबर के बाद भी 2,000 रुपये के नोटों को RBI के 19 क्षेत्रीय कार्यालय से बदला जा सकेगा। यहां ध्यान रहे एक बार में 20,000 से ज्यादा के नोट नहीं बदले जा सकते हैं।
96% गुलाबी नोट वापस आ चुके
RBI द्वारा दी गई एक हफ्ते की मोहलत आज खत्म हो रही है। 30 सितंबर को केंद्रीय बैंक ने जानकारी देते हुए बताया था कि देश के सबसे बड़े करेंसी नोट को चलन से जब बाहर किया गया था, तो 31 मार्च 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक, देश में 3.56 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2,000 रुपये के नोट मार्केट में मौजूद थे, लेकिन बीते 29 सितंबर तक इनमें से 96 फीसदी नोट बैंक और आरबीआई के 19 क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से वापस किए जा चुके थे। इनकी वैल्यू 3.43 लाख करोड़ रुपये होती है, जबकि इस तारीख तक बाकी के 0.14 लाख करोड़ रुपये मार्केट में मौजूद थे। इसे देखते हुए आरबीआई ने इन नोटों की वापसी के लिए 7 अक्टूबर तक का समय दिया था।
मई में सर्कुलेशन से किए गए थे बाहर
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बीते 19 मई को ये 2,000 रुपये के नोट सर्कुलेशन से बाहर किए जाने का ऐलान किया था। इसके तीन दिन बाद 23 मई 2023 से इन नोटों को नजदीकी बैंकों और आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से वापस करने की सुविधा भी दी गई थी। केंद्रीय बैंक ने इस बड़े नोट को क्लीन नोट पॉलिसी के तहत बंद करने का फैसला किया था।
नोटबंदी के बाद अस्तित्व में आए थे ये नोट
2,000 रुपये के नोट को नवंबर 2016 में मार्केट में उतारा गया था। ये तब मार्केट में आया था जब सरकार ने चलन में मौजूद सबसे बड़े करेंसी नोट यानी 500 और 1000 को सर्कुलेशन से बाहर करने का ऐलान किया था। नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक ने बंद किए गए 500 रुपये के नोट की जगह पर नया नोट और इसके साथ ही 1,000 रुपये के नोट की जगह 2,000 रुपये का नोट जारी किया था। हालांकि, जब सर्कुलेशन में अन्य मूल्य वर्ग के नोट पर्याप्त मात्रा में आ गए तब आरबीआई ने साल 2018-19 से 2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी। इसके बाद बीते 19 मई 2023 को इस बड़े नोट को क्लीन नोट पॉलिसी के तहत चलन से बाहर करने का ऐलान कर दिया गया।