समावेशी शिक्षा के माध्यम से पाठ्यक्रम को रूचिकर बनाया जाएगा: कलेक्टर विकास मिश्रा
कलेक्ट्रेड़ सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की बैठक संपन्न हुई
डिंडौरी
कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि समावेशी शिक्षा के माध्यम से सामान्य, मानसिक तथा शारीरिक रूप से बाधित छात्र-छात्राएं एक साथ गुणवत्तायुक्त शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। समावेशी शिक्षा में शिक्षक छात्र-छात्राओं को उनकी रूचि अनुसार शिक्षा ग्रहण करायेंगे। उन्होंने बताया कि जिले में समावेशी शिक्षा के लिए शैक्षणिक कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। जिससे स्कूलों में पढाई का वातावरण रूचिकर रूप से तैयार किया जा सके। कलेक्टर विकास मिश्रा गुरूवार को कलेक्ट्रेड़ सभाकक्ष में आयोजित समावेशी शिक्षा पद्धति पर आधारित बैठक को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्रीमती नंदा भलावे कुशरे, जिला समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान रावेन्द्र मिश्रा, अरविंदो सोसायटी संस्थान की ओर से डाॅ. सिमी महाजन, समस्त विकासखण्डों के बीआरसी मौजूद थे। कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि जिले में समावेशी शिक्षा के लिए प्रभावशाली वातावरण तैयार किया जाएगा। जिससे स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि समावेशी शिक्षा के लिए शिक्षक और शिक्षिकाओं को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
जिससे वे अपने दायित्वों का बेहतर ढंग से निर्वहन कर सकें। कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि समावेशी शिक्षा के माध्यम से विषयों को छात्र-छात्राओं के रूचि अनुसार बनाया जाएगा। छात्र-छात्राओं से नियमित रूप से लघु एवं दीर्घ प्रश्न हल कराये जाएंगे। जिससे छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक स्तर में सुधार किया जा सके।