घटिया निर्माण पर पार्षद ने उठाए सवाल. गुणवत्ताहीन कार्य हम नहीं होने देगे
चंदेरी
नगर के वार्ड क्रमांक 5 में आम रास्ते के लिए डाली जा रही रोड के निर्माण को लेकर वार्ड पार्षद मदन लाल खटीक ने घटिया निर्माण को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए निर्माणाधीन कार्य स्थल पर सीएमओ संतोष सैनी को ले जाकर किए जा रहे घटिया निर्माण को दिखाया तथा मौके से पत्थर का निर्मित रोड खंडजा मे की जा रही अनियमितताओं को बताया सीएमओ के सामने ही रोड से पत्थर उखड़बाकर किए जा रहे खरंजा निर्माण को लेकर डीपीआर में दर्शाई गई शर्तों के अनुसार अनुबंध का पालन नहीं किया जा रहा है
इस निर्माण में घटिया से घटिया प्रकार की सामग्री का इस्तेमाल रोड बनाने के लिए किया जा रहा है बजरी गट्टी और सीमेंट मिलाकर खरंजा करने के लिए वेश बनाने का जो फार्मूला शर्तों के अधीन है उन शर्तों के अनुसार उच्च क्वालिटी की सामग्री इस निर्माण कार्य में इस्तेमाल की जाना चाहिए थी परंतु बाबूलाल जैन ठेकेदार के द्वारा निम्न स्तर की कम कीमत मे क्रय की जा रही काली बजरी तथा लोकल सीमेंट के साथ-साथ मोटी गिट्टी का इस्तेमाल किये जाने का आरोप पार्षद के द्वारा लगाया गया और तो और खरंजा की कतरन को भी गिट्टी में मिलाकर फर्स का वेस बनाने के काम में लिया जा रहा है
जिस पर पार्षद ने घोर आपत्ति जताई। मौके पर से फर्श के बीच में मिली हुई पत्थर की कतरन को बाहर निकलवा कर इंजीनियर जयदीप शाक्य से जवाब सवाल किया और पूछा क्या डीपीआर में ये सब शामिल है इस पर शाक्य ने कहा ये गलत है खंडजा के पूर्व 4 इंची का गिट्टी बजरी सीमेंट का बेस फर्स करने के पहले बिछाया जाना चाहिए जो मौके पर नहीं बिछाया जा रहा है 2 इंची बेस पर ठेकेदार के द्वारा काम किया जा रहा है जो निर्धारित मापदंडों के अनुसार उचित नहीं है।
इस कार्य को करने के लिए ठेकेदार के द्वारा निर्माण कार्य की लागत से 10% ऐभव पर कार्य किया जा रहा है लेकिन उसके बाद भी घटिया निर्माण किया जाना नगर पालिका प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर देता है जबकि मौके पर वार्ड क्रमांक 6 के पार्षद जैनेश रोकडिया भी मौजूद थे और इन्हीं के समक्ष ठेकेदार पार्षद और नगर पालिका अधिकारियों बीच निर्माण को लेकर तीखी नोकझोंक हुई
निर्माण मे क्या है अनिमितताएं :-
* कम कीमत का सीमेंट
* मोटी गिट्टी कम कीमत से खरीदी हुई
* काली बजरी का इस्तेमाल
* वेस बनाने में पत्थर की कतरन का इस्तेमाल
* पुराने पत्थर को तैयार कर फर्श में लगाना
* सही ढंग से पत्थर की जेनों को ना भरना
* पानी की तलाई भी पूर्ण रूप से ना किया जाना
* पुरानी नाली पर ही नए फर्श को करना।
इनका कहना है:-
करीब 3000000 लाख रूपए की लागत से बनाई जा रही पत्थर खरंजा की रोड वीर बावड़ी के सामने से निकलकर पस्तूर जी के घर से होती हुई सब्जी फर्रोश मोहल्ले को कवर करती हुई साहू वाली गली में सदर बाजार को टच करती है जिसमें दोनों और सदर बाजार लगता है
मदन खटीक पार्षद वार्ड क्रमांक 5 भाजपा