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Corona JN.1 Variant: 6 राज्यों में फैल चुके कोरोना के नए वैरिएंट ने बदला अटैक का तरीका, इन लक्षणों को बिल्कुल

नई दिल्ली.

कोरोना का नया वैरिएंट जेएन.1 देश के 6 राज्यों में पैर पसार चुका है। ताजा मामलों में इसके 63 नए केस मिले हैं। लगातार बढ़ रहे कोरोना के नए केसों से ऐक्टिव मामलों की संख्या 4 हजार पार कर गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि नए वैरिएंट के सबसे अधिक केस गोवा से हैं। जबकि, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना में भी जेएन.1 वैरिएंट के कई केस हैं। कर्नाटक सरकार ने आज इस संबंध में स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई है। कई राज्यों ने भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क जरूरी कर दिया है।

इस बीच स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि नए वैरिएंट ने अटैक का तरीका बदला है। लोगों को सलाह दी है कि अगर ये लक्षण महसूस हो रहे हैं तो इन्हें बिल्कुल इग्नोर न करें। कोरोना वायरस का नया वैरिएंट जेएन.1 देशभर में स्वास्थ्य अधिकारियों की लगातार चिंता बढ़ा रहा है। बढ़ती चिंताओं के बीच, रविवार को इस नए वैरिएंट के 63 नए केसों का पता लगा। एएनआई ने सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि सबसे अधिक केस गोवा से हैं, जहां एक ही दिन में 34 मामले सामने आए। गोवा के अलावा नौ महाराष्ट्र से, आठ कर्नाटक से, छह केरल से, चार तमिलनाडु से और दो तेलंगाना से हैं। राहत की बात यह है कि रिपोर्ट किए गए अधिकांश मामले क्षेत्रों में आपातकालीन जैसी कोई स्थिति नहीं है। अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या में ज्यादा इजाफा नहीं हुआ है। हालांकि केंद्र ने सभी राज्यों से हर तीन महीने में अस्पतालों की मॉक ड्रिल कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि हर कोरोना पॉजिटिव केस को जांच के लिए सेंटर की लैब भेजा जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कहीं यह नया वैरिएंट तो नहीं। इस बीच, देश में कोरोना केसों की एक्टिव संख्या 4,054 हो घई है। जिसमें सबसे अधिक मामले केरल से हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, " गोवा में 37, कर्नाटक से 344, केरल से 3128 और 50 मामले महाराष्ट्र से हैं।"

इन लक्षणों को न करें इग्नोर
यूनाइटेड किंगडम के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि डेटा से जानकारी मिली है कि कोरोना के नए वैरिएंट ने अपने लक्षणों में बदलाव किए हैं। इन लक्षणों में बहती नाक, नींद न आना, खांसी, सिरदर्द, कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द और गले में खराश शामिल है। हालांकि यह भी कहा है कि ये लक्षण इंसान की एम्युनिटी पर भी निर्भर करते हैं। शरीर में एंटीबॉडी और इम्युनिटी के आधार पर लक्षणों में बदलाव हो रहे हैं।

ठीक होने के बाद लक्षण
डेटा कहता है कि कोरोना से ठीक होने में सप्ताह भर का समय लग रहा है। इसके अलावा कोरोना से ठीक होने के बाद 6 हफ्तों तक भी कोरोना जैसे लक्षण शरीर पर मौजूद हैं। इसमें थकान, चक्कर आना, गंध और स्वाद का पता न चलना, घबराहट और पेट संबंधी समस्याएं शामिल हैं।

कर्नाटक सरकार नेआज बुलाई बैठक
कर्नाटक राज्य में कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए सरकार पहले ही मास्क लागू कर चुकी है। सरकार ने निर्देश हैं कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क जरूर पहनें। राज्य में बढ़ते मामलों के बीच, कर्नाटक कैबिनेट उप-समिति 26 दिसंबर को बैठक करेगी, जिसमें कोविड ​​​​-19 उपायों और मामलों की स्थिति पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा चंडीगढ़ में भी सरकार ने बुजुर्गों और बीमार लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है। 

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