कांग्रेस का ‘वचन पत्र’ तैयार, कल कमलनाथ करेंगे जारी
भोपाल।
कांग्रेस का ‘वचन पत्र’ तैयार हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कल इसे जारी कर सकते हैं। इसमें करीब 1500 घोषणाएं हो सकती हैं। वचन पत्र में कांग्रेस की वे सभी गारंटियां शामिल होंगी जिनकी घोषणा पूर्व में कांग्रेस नेता करते रहे हैं। वहीं महिलाओं के लिए अलग से वचन पत्र जारी किया जाएगा।
कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची करने के बाद अब वचनपत्र 17 अक्टूबर को जारी करने जा रही हैं। पिछले विधानसभा चुनाव की ही तरह इस बार भी कांग्रेस को अपने वचनपत्र से बहुत ही ज्यादा उम्मीदें हैं। यही वजह है कि कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में सबसे ज्यादा महिलाओं , युवाओं, ओबीसी और किसानों पर फोकस किया हंै। महिलाओं को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कांग्रेस ने महिलाओं के लिए अलग से वचनपत्र तैयार किया है जिसका नाम प्रियदर्शिनी रखा गया है। विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह की अगुवाई में कांग्रेस ने वचनपत्र समिति का गठन की थी। वचनपत्र को अंतिम रूप देने में 8 महीने का समय लगा । इसमें 25 कांग्रेस नेताओं सहित तीन रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों की मुख्य भूमिका रही। सूत्रों की मानें तो वचनपत्र करीब 104 पन्नों का होगा। जिसमें 1500 से ज्यादा घोषणाओं को शामिल किया गया हंै।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि कांग्रेस ने प्रत्याशियों को नहीं बल्कि मध्य प्रदश के भविष्य निमार्ताओं की सूची जारी की है। इस सूची से मप्र की जनता को सकारात्मक रूप से ये सूचित किया गया है कि जिनमें नि:स्वार्थ भाव से जनसेवा का व्रत लेने का संकल्प है, उन्हें ही जनता का प्रतिनिधित्व करने के लिए आम जनता व कार्यकर्ताओं के कहने पर ये अवसर दिया गया है। नाथ ने कहा कि कांग्रेस की लिस्ट इस मायने में भाजपा से अलग है कि कांग्रेस की लिस्ट लोकतांत्रिक है क्योंकि ये संगठन के अंतिम पायदान तक के कार्यकर्ता की सलाह को सम्मान देते हुए बनी है। जबकि भाजपा की लिस्ट ऊपर-से-नीचे थोपी गयी है। ये एकाधिकारिता के अहंकार से चुनाव लड़ने का आदेश है और भाजपा के नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का अपमान, इन अर्थों में भाजपा की सूची अलोकतांत्रिक है।
आयुष्मान के जवाब में ‘चिरंजीवी’ योजना लाएगी कांग्रेस
आयुष्मान योजना को टक्कर देने के लिए कांग्रेस राजस्थान सरकार की तर्ज पर इस बार चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना लेकर आ रही हैं। जिसमें 15 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा। राजस्थान में अशेक गेहलोत सरकार की इस योजना को लोगों ने काफी पसंद किया है।
आबकारी के हिस्से में आएगा डोडा चूरा
कांग्रेस से जुड़े लोगों की माने तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है तो आबकारी विभाग को डोडा चूरा की जिम्मेदारी मिल सकती है। अभी डोडा चूरा नारकोटिक्स विभाग की देखरेख में आता था। लेकिन आबकारी विभाग को पहले से अधिक सशक्त बनाने के चलते कांग्रेस डोडा चूरा को आबकारी महकमे को सौंपना चाहती हैं। जिसका जिक्र कांग्रेस ने बकायदा वचन पत्र में किया है।