रायपुर
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने शिक्षक विहीन शालेय बच्चों द्वारा सीएम हाउस में अपनी किताब कॉपी छोड़ देने को सरकार के तबादला उद्योग की देन बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य में हर मामले में सिंडिकेट काम कर रहे हैं।
इन्होंने शिक्षा क्षेत्र को भी नहीं बख्शा। छत्तीसगढ़ का भविष्य खतरे में है। इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण घटना क्या हो सकती है कि शिक्षा को अपनी प्राथमिकता बताने वाले मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र पाटन के 19 स्कूल भी एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हों तो आसानी से समझा जा सकता है कि पूरे छत्तीसगढ़ में क्या स्थिति है। इससे दुर्भाग्य जनक स्थिति क्या हो सकती है कि आज महासमुंद के बच्चों ने मुख्यमंत्री निवास के सामने कॉपी किताब छोड़ दिये, कल दूसरे स्थानों के बच्चे भी ऐसा कर सकते हैं क्योंकि पूरे छत्तीसगढ़ में स्कूली शिक्षा की दुर्दशा एक जैसी है। भूपेश बघेल के राज में छत्तीसगढ़ की स्कूली शिक्षा का स्तर रसातल में पहुंच गया है। नेशनल अचीवमेंट सर्वे में राज्य देश भर में तीसवें पायदान पर है। भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर तबादला उद्योग चला रहे हैं। कांग्रेस का पंजा छत्तीसगढ़ के नौनिहालों के भविष्य पर शिकंजा कस रहा है।
साव ने कहा कि जब कांग्रेस सरकार के संरक्षण में शिक्षा विभाग में तबादला उद्योग चरम पर था और पूरे प्रदेश में तरह -तरह की धांधली व रिश्वतखोरी, तबादले का भय दिखाकर अवैध वसूली, मनचाही जगह पोस्टिंग की सौदेबाजी, एक ही जिले में दो अलग -अलग तबादला आदेश, अधिकार क्षेत्र के बाहर जाकर पुराने जिलों से नए जिलों के तबादले के गोरखधंधे की शिकायत आम थीं, तब भाजपा ने चेताया था कि अवैध कमाई के लिए शिक्षा का कबाड़ा न करें लेकिन जिस सरकार के स्कूल शिक्षा मंत्री तक पर तबादले के धंधे में शामिल होने के आरोप लगते हों, उस सरकार ने आंख नहीं खोली क्योंकि सारा खेल तो संगठित गिरोह ही संचालित कर रहा है। शिक्षा सत्र शुरू हो गया है और पूरे छत्तीसगढ़ में शालायें शिक्षक विहीन हैं। बच्चों को भूपेश बघेल पर भरोसा नहीं है। वे उनके सरकारी बंगले के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसी सरकार पर कोई भी भरोसा नहीं कर सकता।