रायपुर
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक स्पेशल इंटरव्यू में टीओआई को बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान माओवादियों का 'पोषण' किया गया था, लेकिन बीजेपी सरकार उग्रवाद को जड़ से खत्म कर देगी और बस्तर में स्थिरता और विकास लाएगी।
छत्तीसगढ़ की स्थिति से एक्सपीरियंस साई ने कहा, 'मेरी सरकार माओवादियों से डटकर मुकाबला करने की अपनी कमिटमेंट पर टिकी हुई है। यदि वे आत्मसमर्पण करना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है।' साय ने आगे कहा कि यदि वे बातचीत में शामिल होना चाहते हैं, तो उन्हें आगे आने दें। हम इस पर विचार करेंगे।
एंटी नक्सली ऑपरेशन बढ़ाने के दिए थे आदेश
लगभग एक सप्ताह पहले, नए सीएम साय ने सुरक्षा बलों को माओवाद विरोधी अभियान तेज करने का आदेश दिया था। उनके ऑर्डर के बाद से पुलिस ने आक्रामक कार्रवाई तेज कर दी। इसके बाद से दोनों के बीच लगभग रोज ही गोलीबारी हो रही है।
कांग्रेस पर साधा निशाना
साय ने कहा कि कांग्रेस शासन के पिछले पांच सालों, नक्सलवाद को बढ़ावा मिला और नक्सली महसूस करते थे कि कांग्रेस उनकी सरकार है। पिछले पांच वर्षों के दौरान माओवादियों को काफी राहत मिली थी, पिछले भाजपा शासन के विपरीत जब बड़ी संख्या में विद्रोही हुए थे। सुरक्षा बलों के दबाव और अन्य राज्य के हस्तक्षेप के कारण आत्मसमर्पण कर दिया।
नहीं बर्दाश्त करेंगे नक्सली एक्टिविटी
सीएम साय ने कहा कि हम माओवादी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अब हम यहां डबल इंजन की सरकार हैं और केंद्र के सहयोग से हम नक्सलियों को कड़ी टक्कर देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजे, जिसमें भाजपा ने 90 में से 54 सीटें जीती। इस जीत की दो मेन वजह है पहला पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी और 'कांग्रेस की विफलता' जिन्होंने कई घोटालों को और भ्रष्टाचार को जन्म दिया।
कांग्रेस नहीं कर पाई वादे पूरे
साय ने कहा कि कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में 36 वादे करके 2018 में बहुमत के साथ सत्ता में आई। लोगों ने कांग्रेस को चुना। लेकिन उनकी सरकार ने क्या किया? कांग्रेस को पांच साल तक प्रदर्शन करने का मौका मिला लेकिन उन्होंने छत्तीसगढ़ को अपराध का राज्य बना दिया। उनकी सरकार में रेत, जमीन, कोयला और जंगल के कई घोटाले हुए और कई अपराधी आज जेल में हैं। कांग्रेस सत्ता से बाहर है क्योंकि जनता समझ गई है कि उन्होंने गलत चुनाव किया है।