भोपालमध्यप्रदेश

66वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का रंगारंग शुभारंभ

भोपाल
स्कूल शिक्षा, खेल एवं युवक कल्याण विभाग और स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा मध्यप्रदेश के 2 शहर भोपाल एवं ग्वालियर में 66वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिताओं का आयोजन 6 से 13 जून तक किया जा रहा है। खेल प्रतियोगिता का ध्येय वाक्य "जीत से बढ़कर खेल भावना"।

खेल एव युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने 66वीं राष्ट्रीय शालेय खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। अध्यक्षता स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में एसजीएफआई के उपाध्यक्ष मुखतेज सिंह बंदेशा एवं महासचिव अमरजीत शर्मा थे।

मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि आजादी के अमृत काल में भारत ने खेलों में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। यदि शाला स्तर से ही प्रतिभा को पहचान लिया जाए, तो भारत एशियन एवं ओलंपिक खेल में और अधिक पदक प्राप्त कर सकता है। प्रदेश की खेल अकादमी ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कई खिलाड़ी तैयार किए हैं। पुरातन खेलों को बढ़ावा देते हुए मलखंब को राज्य खेल का दर्जा दिया है। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में खेलों को पाठ्यक्रम में स्थान दिया गया है। अकादमिक के साथ स्कूल स्तर पर खेलकूद गतिविधियों को विस्तार दिया जा रहा है। आधुनिक, परंपरागत एवं ग्रामीण खेलों के प्रोत्साहन के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। मंत्री परमार ने स्वामी विवेकानंद के कथन का उल्लेख करते हुए कहा कि खिलाड़ी किसी भी देश की ताकत होते हैं।

प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी ने कहा कि 6 से 13 जून के मध्य विभिन्न राज्यों के लगभग 5256 खिलाड़ी प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं। भोपाल एवं ग्वालियर के विभिन्न खेल मैदानों में एथलेटिक्स, फुटबाल, बालीबॉल, बॉक्सिंग, जूडो, टेबल टेनिस, हॉकी एवं बेडमिंटन की प्रतियोगिताएँ होंगी।

विशिष्ट अतिथि एवं स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव अमरजीत शर्मा ने कहा कि शालेय खेलकूद के विस्तार एवं स्कूल स्तर से ही प्रतिभा को पहचानने में खेलकूद की महती भूमिका है। खेल प्रतिभाओं के उचित प्रशिक्षण एवं प्रोत्साहन से कई अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भारत को मिले हैं। मध्यप्रदेश में होने वाली खेल प्रतियोगिताओं से भी कई उत्कृष्ट खिलाड़ी प्राप्त होंगे, जो आने वाले समय में भारत का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व कर सकेंगे।

मशाल प्रज्ज्वलन के साथ ही खेलों का औपचारिक शुभारंभ हुआ। सभी राज्यों के दलों द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट किया गया। खिलाड़ियों को खेल भावना की शपथ दिलाई गई एवं खेल ध्वज खिलाड़ियों को सौंपा गया। रंग-बिरंगे गुब्बारे आसमान में छोड़े गये।

स्कूली विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खिलाड़ियों ने मलखंब की उत्कृष्ट प्रस्तुति दी। संचालक खेल एवं युवक कल्याण रवि गुप्ता द्वारा ने आभार माना।

सचिव खेल एवं युवक कल्याण पी. नरहरि, आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव, अपर मिशन संचालक श्रीमती मनीषा सेतिया, संचालक लोक शिक्षण के.के. द्विवेदी, संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा भोपाल संभाग अरविंद चोरघड़े एवं जिला शिक्षा अधिकारी भोपाल अंजनी कुमार त्रिपाठी उपस्थित रहे।

 

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