छत्तीसगढराज्य

कलेक्टर ने की महिला एवं बाल विकास विभाग के कामकाज की समीक्षा

राजनांदगांव

कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग के कामकाज की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग महत्वपूर्ण विभाग है। बच्चों के कल्याण के लिए विभाग की महती जिम्मेदारी है। सभी अधिकारी-कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए महिला एवं बाल कल्याण सुनिश्चित करें।

कलेक्टर ने बैठक में कहा कि सभी सेक्टर के सुपरवाइजर अपने अपने मुख्यालय में निवास रहें और अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों का भ्रमण कर केंद्र के संचालन और गतिविधियों पर नजर रखें। कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जो भी सुपरवाइजर निर्धारित समय पर अपने मुख्यालय में उपस्थित नहीं हो रहे हो, उन्हें शो कॉज नोटिस जारी किया जाए। बैठक में कलेक्टर ने विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन और प्रगति की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन करते हुए योजना को मूर्त रूप दें और हितग्राहियों को लाभान्वित करें। गंभीर कुपोषित बच्चों को लेकर उन्होंने गहरी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि निर्धारित तिथि 15 जून तक हर हाल में जिला कुपोषण मुक्त हो जाए। इसके लिए सभी सार्थक प्रयास करें। उन्होंने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत गर्भवती माताओं, किशोरी बालिका एवं बच्चों को प्रदाय किए जा रहे गर्म भोजन की जानकारी ली।

उन्होंने कहा कि गंभीर कुपोषित के मामले को बेहद गंभीरता में लें। किसी भी दशा में कोई भी बच्चा कुपोषित ना रहे और सुपोषण की श्रेणी में शामिल हो। इसके लिए विशेष कार्य योजना निर्धारित करते हुए कार्य किया जाए। उन्होंने विभाग अंतर्गत कराए जा रहे निर्माण कार्यों की जानकारी ली। बैठक में कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता के पूर्व सभी निर्माण कार्यों को शत-प्रतिशत पूर्ण करने कहा। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्रों में अध्ययनरत सभी बच्चों का 100 प्रतिशत आधार अपडेशन का कार्य कर लेने ने कहा। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री गुरप्रीत कौर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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