बिलासपुर
सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार श्री अमृत लाल मीणा अपने एसईसीएल प्रवास के दौरान रायपुर स्थित मंत्रालय महानदी भवन में मुख्य सचिव, छत्तीसगढ़ सरकार श्री अमिताभ जैन के साथ बैठक की। बैठक में एसईसीएल की खनन परियोजनाओं से संबंधित विभिन्न मुद्दों सहित खदानों के बेहतर संचालन के लिए राज्य सरकार के साथ बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने को लेकर चर्चा की गई। बैठक में अतिरिक्त सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार श्रीमती विस्मिता तेज एवं सीएमडी एसईसीएल डॉ. प्रेम सागर मिश्रा भी उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान एसईसीएल के संचालन से संबंधित मुद्दों पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई जिसमें मुख्य रूप से पर्यावरण मंजूरी, वन मंजूरी, भूमि अधिग्रहण, परियोजनाओं के विस्तार में राज्य सरकार से अपेक्षित सहयोग आदि शामिल रहे। विशेष रूप से एसईसीएल की मेगा परियोजनाओं जैसे गेवरा और कुसमुंडा को लेकर उपरोक्त विषयों पर चर्चा हुई। बैठक में कोयला सचिव ने राज्य सरकार के आपसी समन्वय एवं सहयोग से परियोजनाओं को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने पर बल दिया।
गौरतलब है कि एसईसीएल की गेवरा मेगा परियोजना हाल ही में 50 मिलियन टन कोयला उत्पादन हासिल करने वाली देश की पहली खदान बन गई है। वर्तमान में इसे 70 मिलियन टन कोयला उत्पादन करने के लिए विस्तारित और विकसित किया जा रहा है। ऐसा होने पर यह एशिया की सबसे बड़ी कोयला खदान बन जाएगी। इसे संदर्भ में हुए यह बैठक काफी अहम थी क्योंकि खदान की विस्तार योजनाओं में शीघ्र भूमि अधिग्रहण के साथ-साथ पर्यावरण, पुनर्वास और पुनर्स्थापन जैसे अन्य प्रमुख पहलुओं के लिए राज्य सरकार के साथ समन्वय एवं सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है। बैठक में एसईसीएल के शीर्ष प्रबंधन से निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री एस के पाल और निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस एन कापरी सहित छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के उच्च अधिकारी भी उपस्थित थे।