बिलासपुर
अपने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान कोयला सचिव श्री अमृत लाल मीणा खरसिया रेलवे स्टेशन से पावर वैगन के जरिये छाल पहुंचे जहाँ उनके द्वारा छाल साईडिंग का उद्घाटन किया गया एवं हरी झंडी दिखाकर रेल रैकों को रवाना किया गया। इस अवसर पर एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा एवं एसईसीएल निदेशक मंडल उपस्थित रहे।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कोयला सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के अंतर्गत देश कोयला के परिवहन से जुड़ी आधारभूत संरचना का विकास किया जा रहा है तथा मुखे विश्वास है कि इस संबंध यह रेल कॉरिडोर एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। साथ ही उन्होने स्थानीय प्रशासन व उपस्थित रहवासियों से आह्वान किया कि हम सभी मिलकर देश की ऊर्जा आवश्यकताओं की आपूर्ति में अपना हर संभव सहयोग दें।
छाल सायडिंग का निर्माण छत्तीसगढ़ ईस्ट रेलवे लिमिटेड (सीईआरएल) फेस 1 प्रोजेक्ट के तहत किया गया है और इससे रायगढ़ क्षेत्र की छाल खदान सीधे रेल मार्ग से जुड़ जाएगी और रेल द्वारा कोयला डिस्पैच सीधे यहाँ से हो सकेगा जिससे कोयला प्रेषण में समय एवं धन दोनों की बचत होगी। 3000 करोड़ से ज्यादा की लागत से बन रहे छत्तीसगढ़ ईस्ट रेलवे लिमिटेड (सीईआरएल) फेस 1 प्रोजेक्ट का उद्देश्य मंड-रायगढ़ कोलफील्ड्स को रेल मार्ग से जोड?ा है। कुल 124 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट के तहत खरसिया से धरमजयगढ़ के लिए 74 किलोमीटर लंबी मुख्य रेल लाइन, घरघोड़ा से पेलमा के लिए 30 किलोमीटर लंबी स्पर लाइन एवं छाल, बरौद, एवं दुगार्पुर के लिए 20 किलोमीटर लंबी फीडर लाइन का निर्माण किया जा रहा है।
कोयला रिजर्व के मामले में कोरबा कोलफीड्स के बाद मंड-रायगढ़ कोलफील्ड्स आता है और जैसे जैसे कोयला उत्पादन का विस्तार होगा, आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा कोयला प्रेषण करने में यह रेल परियोजनाएँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी। समारोह में स्थानीय प्रशासन की ओर से रायगढ़ जिला कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा एवं रायगढ़ एसपी श्री सदानंद कुमार एवं एसईसीएल रायगढ़ क्षेत्र महाप्रबंधक श्री हेमंत शरद पांडे उपस्थित रहे।
साइडिंग उदघाटन के पश्चात श्री मीणा छत्तीसगढ़ एसईसीएल कोरबा कोलफील्ड्स में ईस्ट वेस्ट रेल्वे लिमिटेड (सीईडबल्यूआरएल) परियोजना के अंतर्गत गेवरा रोड से पेंडरा रोड तक बन रही रेल लाइन का निरीक्षण करने पहुंचे। उनके द्वारा एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा एवं एसईसीएल निदेशक मण्डल के साथ उरगा-कुसमुंडा कनेक्टिविटी लाइन के ब्रिज नंबर 3 का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होने अधिकारियों से बातचीत कर परियोजना की प्रगति के बारे में जाना एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
यह परियोजना कोरबा कोलफील्ड में संचालित एसईसीएल के मेगा प्रोजेक्ट से निकले कोयले की ढुलाई में अहम भूमिका निभाएगी। यह परियोजना 191 किलोमीटर लम्बी है जिसमें 135.3 किलोमीटर की मेन लाइन का काम शामिल है। परियोजना में गेवरा रोड, सुराकछार, दीपका, कटघोरा रोड, बिजहारा, पुटुआ, मतीन, सेन्दुरगढ़, पुटीपखना, भाडी, धनगवां तथा पेन्ड्रारोड स्टेशन शामिल हैं। पूरे कॉरिडोर में रेलवे लाइन के साथ-साथ स्टेशनों पर पैसेजर सुविधाओं का विकास भी किया जाएगा। सीईडब्ल्यूआरएल परियोजना की कुल लागत लगभग 4970 करोड़ है तथा इसके मेन लाइन हेतु भूमि अधिग्रहण तथा फारेस्ट क्लियरेंस का काम कर लिया गया है। यह परियोजना अगले वर्ष दिसंबर तक पूरी कर लिए जाने की आशा है।