रायपुर
छत्तीसगढ़ में सीबीआई और ईडी की छापेमारी और जांच को लेकर सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है। कांग्रेस के महाधिवेशन के दौरान कोयला लेवी घोटाले की जांच कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए सियासी मुद्दा बना हुआ है। भाजपा बार-बार कांग्रेस सरकार पर आरोप लगा रही है कि अगर घोटाला नहीं हुआ है तो फिर जांच एजेंसियों से डरना क्यों? वहीं कांग्रेस केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और विपक्ष को डराने का आरोप लगा रही है। सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरूवार को रायपुर में केंद्र सरकार और भाजपा पर जमकर हमला बोला है।
भूपेश बघेल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा," कांग्रेस वो पार्टी है जो अंग्रेजों से नहीं डरी। भारत तब गुलाम तब उस दौर में कांग्रेस के लोग दमनकारी नीति के आगे नहीं झुके। केंद्र सरकार की विपक्ष को सीबीआई और ईडी से डराने की सारी कोशिशें नाकाम हैं। जांच में कुछ नहीं मिल रहा है , केवल एक उद्देश्य के साथ एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है वो है विपक्ष को डराना।"
भाजपा पर तंज कसते हुए बघेल ने कहा कि हम अंग्रेजों से नहीं डरे तो उनके अनुयायियों से भला क्यों डरेंगे। जब कुछ गलत किया ही नहीं तो किस बात का डरना। उन्होंने कहा,'' भाजपा कांग्रेस और विपक्ष की मजबूती से बौखला गई है और उसे कुछ सूझ नहीं रहा है। ऐसे में संविधान और उसके द्वारा निर्धारित प्रक्रिया को तोड़ते हुए मनमानी कर रही है। जहां कांग्रेस का कार्यक्रम होता है वहीं ED और सीबीआई भेजी जाती है।"
कांग्रेस के महाधिवेशन के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, अधिवेशन बिलकुल सफल रहा है। सूबे में भी और पूरे देश में कांग्रेस मजबूती से एकजुट हो रही है। आम आदमी को भाजपा कि नीति समझ में आ रही है अब वो बदलाव करना चाहते हैं। उन्होंने कहा," भारत जोड़ो यात्रा के जरिए लोगों को एकजुट किया गया है। अधिवेशन में देश भर के लोग आये थे और सफलता पूर्वक आयोजन किया गया।"
छत्तीसगढ़ में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। CBI और ED की जांच भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए सियासी मुद्दा बना हुआ है। ऐसे में दोनों पार्टियां एक दूसरे पर हमलावर हैं। कांग्रेस के महाधिवेशन के दिन रायपुर और अन्य जगहों पर हुई छापेमारी और जांच के बाद सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एजेंसियों पर सवालिया निशान उठा रहे हैं।