राजनांदगांव
शासन द्वारा शहरी स्लम बस्तियों में रहने वाले नागरिकों तक नि:शुल्क एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की शुरूआत की गई है। शासन द्वारा समाज के हर वर्ग तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इस योजना अंतर्गत शहरी स्लम बस्तियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, मेडिकल उपकरण एवं दवाओं से लैस मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा चिन्हांकित स्थानों पर पहुंचकर लोगों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा स्लम क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को परिवार नियोजन एवं उससे जुड़े संसाधनों के बारे में भी बताया जा रहा है। अब हर गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति तक घर पहुंच स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध हो रही है। साथ ही अब लोगों को छोटी-छोटी बीमारियों के लिए अस्पताल तक जाने, डॉक्टरों की फीस और दवाइयों के खर्च से भी राहत मिल रही है।
शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना अंतर्गत राजनांदगांव जिले के 4 नगरीय निकायों के विभिन्न स्थानों में कुल 3 हजार 458 कैम्प लगाकर 2 लाख 95 हजार 866 से अधिक मरीजों का नि:शुल्क उपचार एवं 2 लाख 67 हजार 67 मरीजों को नि:शुल्क दवाईयों वितरण तथा 68 हजार 375 मरीजों का नि:शुल्क लैब टेस्ट किया जा चुका है। प्रति कैम्प औसतन 85.5 प्रतिशत मरीज उपचार के लिए आ रहे हैं। जिसमें से नगर निगम राजनांदगांव अंतर्गत 2 हजार 881 स्थानों में कैम्प लगाकर 2 लाख 60 हजार 692 मरीजों का नि:शुल्क उपचार किया गया है। साथ ही 2 लाख 35 हजार 825 मरीजों को नि:शुल्क दवाईयों का वितरण एवं 56 हजार 869 मरीजों का नि:शुल्क लैब टेस्ट किया जा चुका है। इसी प्रकार नगर पंचायत डोंगरगांव अंतर्गत 216 स्थानों पर स्वास्थ्य कैम्प लगाकर 12 हजार 239 मरीजों का उपचार कर 10 हजार 50 मरीजों को नि:शुल्क दवा वितरण एवं 3 हजार 556 मरीजों का नि:शुल्क लैब टेस्ट किया जा चुका है।
नगर पालिका डोंगरगढ़ अंतर्गत 198 स्थानों पर कैम्प लगाकर 15 हजार 165 मरीजों का उपचार कर 14 हजार 257 मरीजों को नि:शुल्क दवा वितरण एवं 4 हजार 715 मरीजों का लैब टेस्ट किया गया। नगर पंचायत छुरिया अंतर्गत 168 स्थानों पर कैम्प लगाकर 7 हजार 770 मरीजों का उपचार कर 6 हजार 935 मरीजों को नि:शुल्क दवा वितरण एवं 3 हजार 235 मरीजों का लैब टेस्ट किया जा चुका है। मोबाइल मेडिकल यूनिट में डॉक्टर, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन और एक वाहन चालक होते हैं। मोबाइल मेडिकल यूनिट के डॉ. शशांक झांगेर बताया कि मोबाईल मेडिकल यूनिट में 165 प्रकार की आवश्यक दवाईयां उपलब्ध होती है। साथ ही मलेरिया, डेंगू, शुगर, उच्च रक्तचाप, सीबीसी, सिकलसेल, टीबी, थायराइड, टाइफाइड जैसे 25 प्रकार के लैब टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा गर्भवती माताओं का हर महीने स्वास्थ्य जांच भी किया जाता है। यहां ईसीजी और आॅक्सीजन सिलेंडर की भी व्यवस्था उपलब्ध होती है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान गंभीर बीमारी का पता चलने पर मरीज को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं जिला चिाकित्सालय के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है।
राजनांदगांव जिले के गौरी नगर वार्ड नंबर 13 के निवासी श्री मेवा लाल बमभोला ने बताया कि वे सर्दी, खांसी और बुखार की जांच कराने आए हैं। जब भी यहां शहरी स्लम स्वास्थ्य की गाड़ी आती है, मैं अपना जांच करा कर नि:शुल्क दवाइयां प्राप्त करता हूं। यह योजना स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों के लिए संजीवनी सबित हो रही है। बीपी, शुगर और खुजली की जांच कराने आए श्री विजय सिंह क्षत्रिय बताते हैं कि वह हर महीने यहां बीपी एवं शुगर की जांच कराने आते हैं और नि:शुल्क शुगर की दवाई प्राप्त करते हैं। यहाँ की दवाइयों से मुझे अच्छा लाभ मिल रहा है। बीपी और शुगर का टेस्ट कराने आई श्रीमती प्रभा देवी कहती हैं कि शासन की यह योजना लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो रही है। स्वास्थ्य वाली गाड़ी हर सप्ताह यहां आती है और नि:शुल्क स्वास्थ्य के जांच एवं दवाइयों का वितरण यहां किया जाता है। पेट दर्द की दवाई लेने आए श्री नरसिंह साहू कहते हैं कि पहले लोग डॉक्टर और दवाइयों के खर्च के कारण अपना स्वास्थ्य जांच नहीं करते थे और समय रहते उन्हें बीमारी का पता नहीं चल पाता था। जिससे वे धीरे-धीरे गंभीर रोग से पीड़ित हो जाते थे। जब से यह योजना आई है, लोगों को नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच और दवाइयों की सुविधा मिल रही है। मैं प्रत्येक महीने यहां अपना स्वास्थ्य जांच कराकर नि:शुल्क दवाइयां प्राप्त करता हूं। इन दवाईयों के सेवन से मेरा स्वास्थ्य अच्छा रहता है। स्वास्थ्य जांच करने आये सभी लोगों ने इस योजना की सराहना करते हुए शासन को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।