सरकार ने कन्या विवाह योजना को व्यवस्थित स्वरूप दिया : मुख्यमंत्री चौहान
देवास, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, बैतूल, धार तथा सागर में 1998 जोड़ों का हुआ विवाह
मुख्यमंत्री चौहान सामूहिक विवाह कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, बेटी को बोझ नहीं वरदान बनाने की दिशा में हमारा प्रयास है। परिवार को बेटी का विवाह बोझ न लगे, इस उद्देश्य से राज्य सरकार ने वर्ष 2006 में यह योजना आरंभ की। पिछले 16 साल में योजना में लाखों बेटियों के विवाह हुए हैं। भारतीय संस्कृति में विवाह को संस्कार माना जाता है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विवाह में केवल वर-वधु ही नहीं जुड़ते अपितु दो परिवार भी जुड़ते हैं और समाज भी साथ होता है। विवाह के बंधन में बंध रहे वर-वधु सुख-शांति से रहें, भगवान की कृपा उन पर बनी रहे, वर-वधु दोनों प्रेम से रहें और दोनों परिवारों के बीच भी प्रेम और सौहार्द बढ़ाएँ, यही कामना है। मुख्यमंत्री चौहान देवास जिले की जनपद पंचायत खातेगाँव, नर्मदापुरम की जनपद पंचायत केसला, नरसिंहपुर की जनपद पंचायत चिचली, बैतूल की जनपद पंचायत आठनेर, धार की जनपद पंचायत नालछा और सागर की जनपद पंचायत राहतगढ़ में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में हुए सामूहिक विवाह सम्मेलनों को निवास कार्यालय समत्व भवन से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।
बेटियों की आँखों में आँसू नहीं, चेहरों पर मुस्कान रहे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में नव विवाहित जोड़े को चेक से 49 हजार रूपए प्रदान किए जा रहे हैं। इससे बेटी और दामाद अपनी आवश्यकता और पसंद के अनुसार स्वयं सामग्री ले सकेंगे। यह नई गृहस्थी आरंभ करने के लिए भेंट है। राज्य शासन द्वारा विवाह की व्यवस्था की जा रही है। राज्य सरकार ने इस योजना को व्यवस्थित स्वरूप प्रदान किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन का प्रयास है कि बेटियों की आँखों में आँसू नहीं, चेहरों पर मुस्कान रहे। उन्होंने "मामा की दुआएँ लेती जा – जा तुझ को सुखी संसार मिले" गीत गुनगुनाकर नव-विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया।
विवाह समारोह में मंत्री,सांसद, विधायक और जन-प्रतिनिधि हुए शामिल
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में खातेगांव (देवास) में 501, केसला (नर्मदापुरम) में 353, चिचली (नरसिंहपुर) में 190, आठनेर (बैतूल) में 401, नालछा (धार) में 144 तथा राहतगढ़ (सागर) में 409 इस प्रकार कुल 1998 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। जनपद पंचायत मुख्यालयों में हुए सम्मेलनों में प्रभारी मंत्री तथा जन-प्रतिनिधि शामिल हुए। राहतगढ़ में राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सांसद राजबहादुर सिंह, विधायक प्रदीप लारिया, आठनेर में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री तथा बैतूल जिले के प्रभारी इंदर सिंह परमार, सांसद दुर्गादास उईके, नालछा में सांसद छतर सिंह दरबार, विधायक नीना विक्रम वर्मा, खातेगांव में विधायक आशीष शर्मा तथा केसला में विधायक प्रेम शंकर वर्मा उपस्थित थे।
प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 6 लाख 10 हजार से अधिक जोड़ों का हुआ विवाह
प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 6 लाख 10 हजार से अधिक जोड़ों का विवाह हुआ है। अब तक योजना में एक हजार 556 करोड़ रूपए का हितलाभ वितरित किया जा चुका है। योजना में 5 लाख 71 हजार, मुख्यमंत्री निकाह योजना में 20 हजार 772, कल्याणी विवाह योजना में 1,559 और नि:शक्त जन विवाह योजना में 16 हजार से अधिक विवाह हुए हैं।