मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल मेट्रो रेल के ट्रायल रन का किया शुभारंभ
मेट्रो रेल का विस्तार सीहोर, मंडीदीप, विदिशा और रायसेन तक भी किया जाएगा
तांगे के सफर से मेट्रो रेल तक पहुंचा भोपाल
भोपाल में परिवहन की नई क्रांति लाएगी मेट्रो रेल
मुख्यमंत्री चौहान मेट्रो रेल के ट्रायल रन में सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन पहुंचे
मुख्यमंत्री चौहान ने पूजा-अर्चना कर दिखाई मेट्रो रेल को हरी झण्डी
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल मेट्रो रेल के ट्रायल रन का सुभाष नगर डिपो से हरी झण्डी दिखाकर कर शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री चौहान ने मेट्रो रेल में सुभाष नगर स्टेशन से रानी कमलापति स्टेशन तक सफर कर जायजा लिया। शुभारंभ से पहले मुख्यमंत्री चौहान ने कन्या-पूजन तथा पूजा अर्चना की।
हमने कम समय और तय समय सीमा से पहले मेट्रो का ट्रायल रन किया आरंभ
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल में मेट्रो आरंभ होने के साथ ही हमारा तांगे वाला भोपाल अब मेट्रो रेल वाला भोपाल हो गया है। मेट्रो रेल भोपाल में परिवहन की नई क्रांति लाएगी, और विकास पथ पर भोपाल तीव्रगति से दौड़ेगा। भोपाल मेट्रो का विस्तार सीहोर, मण्डीदीप के साथ-साथ रायसेन और विदिशा तक भी किया जाएगा। इन्दौर के बाद आज भोपाल में नई परिवहन क्रांति का सूत्रपात हो रहा है। जिस राज्य को सड़कों के गड्डों के लिए जाना जाता था, वहां एक सप्ताह में दो-दो शहरों में मेट्रो का ट्रायल रन हुआ है। हमने कम समय और तय समय-सीमा से पहले यह सब कर दिखाया है, यह मेट्रो टीम के साथियों, इंजीनियर और वर्कर्स की मेहनत का परिणाम है। सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक के पांच किलोमीटर लंबे मेट्रो के भाग में 5 स्टेशन हैं, जिनकी आधारभूत संरचनाओं का काम प्राकृतिक बाधाओं के बावजूद बहुत तेजी से पूरा किया गया। नौ किलोमीटर के ट्रेक बिछाने का कार्य पांच माह में पूर्ण किया गया। मात्र 90 दिन में पटरियों के साथ चलने वाली ट्रेक्शन थर्ड रेल तथा 7 टर्नआउट्स का विद्युतीकरण भी किया गया और केवल 60 दिनों में 5 लिफ्ट और 4 एस्केलेटर लगाए गए, जो अपने आप में उपलब्धि है।
समाज में समानता का माध्यम बनेगी मेट्रो रेल
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेट्रो ट्रेन से समय और पैसा दोनों की बचत होगी। भोपाल वासियों को सुरक्षित-सुगम-सुविधापूर्ण सस्ता और सुंदर परिवहन का साधन उपलब्ध होगा, और शहर का प्रदूषण भी कम होगा। अत्याधुनिक सुविधाओं से संपन्न मेट्रो के कोच में स्मार्ट लाईटिंग, एयर कडिंशन्स, स्मार्ट डिस्पले, एआई सी.सी. टी.वी. कैमरे आदि की सुविधा होगी। लगभग 6 हजार 941 करोड़ की भोपाल मेट्रो परियोजना कुल लम्बाई 31 किलोमीटर होगी, करोंद चौराहे से एम्स तक 16.77 किलोमीटर, रत्नागिरि तिराहे से भदभदा चौराहे तक 14.18 किलोमीटर पर यह रेल चलेगी। पहले चरण में सुभाष नगर एम्स तक 7 किलोमीटर लम्बे रूट पर मेट्रो ट्रेन का संचालन होगा। भोपाल मेट्रो का संपूर्ण संचालन 2024 से प्रारंभ हो जाएगा। मेट्रो रेल के स्टेशन भी विशेष होंगे। जहाँ पर लिफ्ट एवं एस्केलेटर आदि की सुविधा, बुजुर्गों के लिए विशेष व्यवस्था और ऑनलाइन टिकिटिंग की सुविधा होगी। मेट्रो रेल समाज में समानता का भी माध्यम बनेगी। साईकिल वाले, दोपहिया वाले और कार वाले सभी इस सुविधाजनक, वातानुकूलित और समय की बचत वाले परिवहन को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे।
भोपाल मेट्रो पर केन्द्रित लघु फिल्म का हुआ प्रदर्शन
मुख्यमंत्री चौहान की अध्यक्षता में सुभाष नगर डिपो पर हुए शुभारंभ कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, विधायक रामेश्वर शर्मा, श्रीमती कृष्णा गौर, विष्णु खत्री, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, पूर्व विधायक ध्रुव नारायण सिंह, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीरज मंडलोई, मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध संचालक मनीष सिंह तथा अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम में भोपाल मेट्रो के निर्माण, उनमें दी जाने वाली सुविधाओं और सुरक्षा के प्रावधानों पर केंद्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने मुख्यमंत्री चौहान को मेट्रो ट्रेन की प्रतिकृति स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की।
"ये मैं हूँ, ये मेरा भोपाल है, और यह हमारी मेट्रो है"
मुख्यमंत्री चौहान ने सुभाष नगर डिपो से रानी कमलापति स्टेशन मेट्रो रेल में बैठकर आए। जनप्रतिनिधि, युवा, अधिकारीगण साथ थे। मुख्यमंत्री चौहान ने मेट्रो रेल से आस-पास के क्षेत्र तथा जारी निर्माण प्रक्रिया का अवलोकन किया और सहयात्री युवाओं तथा जन-प्रतिनिधियों से संवाद भी किया। मेट्रो रेल के पहले ट्रायल रन में बैठे सभी व्यक्ति प्रसन्न और आल्हादित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेट्रो से भोपाल और अधिक सुंदर दिखाई दे रहा है। जन-प्रतिनिधियों ने मेट्रो रेल को भोपाल के लिए महत्वपूर्ण और उपयोगी सौगात बताया। मेट्रो रेल के पहले ट्रायल रन में सफर करने पर युवा जोश और उत्साह से भरे थे, वे देशभक्ति के नारे लगा रहे थे, युवा गर्व और प्रसन्नता से कह रहे थे कि "ये मैं हूँ, ये मेरा भोपाल है, और यह हमारी मेट्रो है"। सभी ने सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक के प्रथम ट्रायल रन का सफर प्रसन्नता के साथ पूरा किया। मुख्यमंत्री चौहान ने रानी कमलापति स्टेशन पहुंचकर मीडिया के प्रतिनिधियों से चर्चा भी की।