रायपुर।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हरियाणा दौरे के लिए रवाना हो गए हैं. उनके साथ उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा भी इस दौरे में शामिल हैं. सीएम साय और उप मुख्यमंत्री हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, मुख्यमंत्री साय सुबह 7:50 बजे रायपुर एयरपोर्ट से विशेष विमान के माध्यम से चंडीगढ़ एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए. चंडीगढ़ पहुंचने के बाद सीएम साय सड़क मार्ग से हरियाणा के पंचकूला दशहरा ग्राउंड में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद वापस चंडीगढ़ रवाना होंगे और वहां आयोजित सीएम कॉन्क्लेव में शामिल होंगे.
कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री 5:00 बजे चंडीगढ़ एयरपोर्ट रवाना होंगे और वहां से 7:00 बजे विशेष विमान से रायपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे. सीएम साय रात 9:30 बजे हरियाणा से वापस रायपुर लौटेंगे.
आज होने वाला जनदर्शन स्थगित
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आज होने वाला जनदर्शन कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है. हर सप्ताह गुरुवार को होने वाला जनदर्शन इस गुरूवार 17 अक्टूबर को अपरिहार्य कारणों से स्थगित किया गया है. इस कार्यक्रम के दौरान CM साय आम जनता की समस्याओं को सुनते हैं और विभिन्न विभागों से संबंधित परेशानियों का समाधान करते हैं. जनदर्शन कार्यक्रम में हर बार बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचते हैं, जहां समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाता है. भारतीय सड़क कांग्रेस का 83 वां वार्षिक अधिवेशन 7 नवंबर से 11 नवंबर तक राजधानी रायपुर में आयोजित होगा. उप मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री अरुण साव ने विभागीय सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, प्रमुख अभियंता के.के पीपरी, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी, सड़क परिवहन मंत्रालय के क्षेत्रीय अधिकारी, रायपुर नगर निगम के कमिश्नर अबिनाश मिश्रा तथा अधिवेशन से संबंधित सभी स्टीयरिंग कमेटी के सदस्यों के साथ रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम एवं साइंस कॉलेज परिसर में होने वाले इस आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए. डिप्टी सीएम अरुण साव ने रायपुर के नवीन विश्राम भवन में हुई समीक्षा बैठक में अधिकारियों को आयोजन की पुख्ता तैयारियां सुनिश्चित करने को कहा, जिससे कि इसमें शामिल होने वाले देश-विदेश के अतिथि छत्तीसगढ़ के वैभव से रू-ब-रू हो सकें. साथ ही वे छत्तीसगढ़ की संस्कृति और यहां के विकास के विभिन्न आयामों को अनुभव कर सकें. उन्होंने अधिवेशन में अतिथियों का सत्कार छत्तीसगढ़ की संस्कृति के अनुरूप सुनिश्चित करने को कहा.