रायपुर
विधानसभा के बजट सत्र में आज आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया गया। इसमें बताया गया है कि छत्तीसगढ़ का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 8 प्रतिशत है। वहीं छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति आय एक लाख 33 हजार हो गई है। इसमें पिछले साल की तुलना में 10.93% की वृद्धि हुई है। मंत्री अमरजीत भगत ने आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया है।
आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया है कि छत्तीसगढ़ का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 8 प्रतिशत है। यह भारत की 7 प्रतिशत राष्ट्रीय जीडीपी की तुलना में 1 प्रतिशत अधिक है। GSDP की बात करें तो कृषि क्षेत्र की वृद्धि 5.93% उद्योग क्षेत्र की वृद्धि 7.83% और सेवा क्षेत्र की वृद्धि 9.29% दर्ज की गई है।
छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति आय एक लाख 33 हजार हो गई है। प्रति व्यक्ति आय में पिछले साल की तुलना में 10.93% की वृद्धि हुई है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के कृषि क्षेत्र जीएसडीपी 5।93%, जबकि देश की 3।45%। इसी तरह प्रदेश के उद्योग क्षेत्र की जीएसडीपी 7।83%, देश में 4।11% हैं। वही सेवा क्षेत्र जीएसडीपी 9।21% जबकि सम्पूर्ण भारत में 9।14% फ़ीसदी है।
छत्तीसगढ़ का GSDP कृषि क्षेत्र में 5.93% जबकि देश का 3.45% है। इसी तरह छग उद्योग क्षेत्र GSDP 7.83%, देश 4.11% छग कृषि क्षेत्र GSDP 5.93%,देश 3.45% छग सेवा क्षेत्र GSDP 9.21%, देश 9.14 प्रतिशत है।
राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति आय के मामले में छत्तीसगढ़ पीछे है। राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 70 हजार है। राष्ट्रीय 13.7% की वृद्धि के मुकाबले छत्तीसगढ़ की प्रति व्यक्ति आय में 10.93% वृद्धि है।
आंकड़ों में देखें जीडीपी ग्रोथ..
कृषि क्षेत्र में 5.93% वृद्धि
उद्योग क्षेत्र में 7.83% वृद्धि
सेवा क्षेत्र में 9.29% वृद्धि
प्रति व्यक्ति आय एक लाख 33000 है। पिछले साल की तुलना में 10.93% की वृद्धि हुई है।
इससे पहले शून्यकाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों के मुद्दों की गूंज रही। भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने स्थगन के दौरान अनुकंपा नियुक्ति को लेकर धरने पर बैठी महिलाओं के मुंडन कराने का मामला जोरशोर से उठाया। सफाई कर्मचारियों के मांगों पर भी विपक्ष ने स्थगन पर चर्चा की मांग की।
कर्मचारियों के नियमितीकरण मुद्दे पर शून्यकाल पर भाजपा ने स्थगन प्रस्ताव लाया। उपाध्यक्ष ने इस पर असहमति जताई। विपक्षी सदस्यों ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। जिसके बाद सदन की कार्यवाही 12.52 बजे 5 मिनट के लिए स्थगित किया गया था।
सदन में अमरजीत भगत और अजय चंद्राकर में नोकझोंक होती रही। सत्ता पक्ष के मंत्रियों और विधायकों ने अजय चंद्राकर को घेरा। भगत ने पूछा कि छत्तीसगढ़िया की बात होती है तो क्यों अजय चंद्राकर को तकलीफ होती है। चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ ओलिंपिक को लेकर सवाल पूछा था का कि किस आधार पर चयन किया गया है?