नृशंस हत्या : पुलिस मॉनिटरिंग-मजबूत अभियोजन से साबित हुए गुनाह
जबलपुर
जबलपुर में लगभग दो साल पहले हुए दोहरे हत्याकांड में जबलपुर जिला कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने इस मामले में तीन आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है।
इस मामले में यहां के पुलिस अफसर और अभियोजन की टीम ने दोषियों को इस नृशंस हत्या के लिए अंजाम तक पहुंचाने के लिए लगातार मेहनत की। एसपी जबलपुर टीके विद्यार्थी ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लगातार मॉनिटरिंग की। एसपी टीके विद्यार्थी ने बताया कि जबलपुर जिला कोर्ट ने दोहरे हत्याकांड पर सुनवाई करते हुए तीनों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है। दोहरे हत्याकांड को चतुर्थ अपर सत्र न्यायाधीश अनिल चौधरी ने जघन्य हत्या मानी है।
कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि महज छोटे से नाली विवाद को लेकर इस तरह से ताबड़तोड़ चाकू मारना, यह भी नही देखना कि सामने महिला है या फिर बच्चे सभी को चाकूओं से गोदना यह जघन्य अपराध है, लिहाजा ऐसे अपराधियों को जीने का कोई हक नही है। कोर्ट ने कहा कि तीनों आरोपियों को मृत्यु दंड से दंडित किया जा रहा है।
यह थी घटना
घटना गोरखपुर थाना के रामपुर में हुई थी। जहां आरोपी रवि कुशवाहा, राजा कुशवाहा और विनय ने चाकू मारकर दो महिला, दो पुरुष और एक बच्चे को घायल कर दिया था। इलाज के दौरान पति-पत्नी पुष्पराज और नीलम की मौत हो गई। यह पूरा विवाद नाली के बह रहे गंदे पानी को लेकर शुरू हुआ था।
14 जून 2021 को मृतक के जीजा गोलू कुशवाहा के घर तीन लोग बाउंड्री वॉल कूदकर अंदर आए, उन्हें देखने के लिए गोलू बाहर आया तो आरोपी विनय, राजा और रवि ने उन पर हमला कर दिया। गोलू को बचाने जब उसकी पत्नी रुचि आई तो विनय ने चाकू से 12 वार किए। इस बीच 5 साल के प्रतीक को भी आरोपियों ने चाकू मारकर घायल कर फरार हो गए।
इस मामले में लगातार पुलिस अफसरों ने मॉनिटरिंग की। पुलिस ने घटना के सभी साक्ष्य एकत्रित किए। हमारे अभियोजन अधिकारियों ने भी इस मामले में दोषियों के खिलाफ मजबूती से पक्ष रखा। जिसके चलते कोर्ट ने तीनों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई।
–टीके विद्यार्थी, एसपी जबलपुर