भाई ने पति-पत्नी को दी खौफनाक मौत की सजा, तीन दिन तक मां-बाप के शव के बीच जिंदा रहा मासूम
सहारनपुर
बहन ने भागकर शादी की तो भाई को ऐसा गुस्सा चढ़ा कि पुलिस भी दंग रह गई। बहन के इस कदम से यूपी के रहने वाले इस भाई नेपति-पत्नी को खौफनाक मौत की सजा दी। हैरान वाली बात रही कि माता-पिता के शवों के बीच मासूम तीन दिन पड़ा रहा। पुलिस ने हत्यारोपी को जेल भेज दिया है। 13 जून को घर में मृत पाए गए दंपति की हत्या की गई थी।
पुलिस के अनुसार, इस हत्याकांड को मृतक महिला के भाई ने ही अंजाम दिया। वह जीजा से रंजिश रखता था और बहन के घर नन्हे मेहमान के आगमन के दो दिन बाद उसने बहन और जीजा दोनों की हत्या कर दी थी। दोनों शवों के बीच नवजात तीन दिन तक पड़ा रहा। आरोपी ने मौके पर बच्चे को यह समझकर छोड़ दिया था कि वह खुद मर जाएगा। डीआईजी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि काशिफ निवासी नांगल सहारनपुर यूपी अपनी दूसरी पत्नी अनम के साथ टर्नर रोड पर किराये पर रहता था। उसने 11 माह पहले अनम के साथ भागकर शादी की थी। काशिफ अपनी पहली पत्नी के संपर्क में भी रहता था। 10 जून को उसने पहली पत्नी का फोन नहीं उठाया। महिला उसे तलाशते हुए दून पहुंची तो 13 जून को कमरे के अगले दरवाजे पर ताला लटका हुआ था और पिछला दरवाजा अंदर से बंद था।
बदबू आ रही थी। पुलिस पिछले दरवाजे की जाली काटकर अंदर दाखिल हुई तो वहां काशिफ और अनम के सड़े-गले शव पड़े थे। दोनों के बीच उनका पांच दिन का बेटा लेटा हुआ था। शुरुआत में पुलिस ने इसे आत्महत्या माना। पहली पत्नी ने भी बताया था कि काशिफ ने 10 जून की रात करीब 11 बजे उससे बात की थी और कहा था कि वह घर आ रहा है। उसे किसी के पांच लाख रुपये चुकाने थे।
सीसीटीवी की फुटेज से आरोपी तक पहुंची पुलिस
शवों के पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ था। इस केस में मोड़ तब आया, जब काशिफ के पिता ने अनम के भाई शाहबाज पर हत्या का केस दर्ज करवा दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो यह पता चला कि शाहबाज हत्या के दिन यानी 10 जून की रात कॉलोनी आया था। इसके बाद 11 और 12 जून की रात एक कार भी घर के बाहर आकर रुकी थी।
इसके बारे में पता किया तो यह अवशद निवासी सहारनपुर की पाई गई। अवशद ने बताया कि शाहबाज उसकी गाड़ी लेकर गया था। वहां से सुबह चार बजे ही वापस आ गया। शक होने पर पुलिस ने शाहबाज से पूछताछ की तो अपने खिलाफ सारे सुबूत देखकर शाहबाज पिघल गया।
किचन से चाकू लाकर रेत दिया जीजा का गला
पुलिस जांच के अनुसार, पूछताछ में पता चला कि काशिफ ने ही शाहबाज को उत्तरकाशी चलने के लिए अपने घर बुलाया था। वहां काशिफ ने मैगी बनाई और तीनों खाने के बाद सो गए। लेकिन, शाहबाज जगा था। उसने रात के वक्त किचन से चाकू उठाया और काशिफ का सोते हुए गला रेत दिया। जब अनम की आंख खुली तो उसने शोर मचाने का प्रयास किया। लेकिन, शाहबाज ने गला दबाकर उसकी भी हत्या कर दी और रात में वहां से चला गया।
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मृतक काशिफ और आरोपी शाहबाज दोनों एक ही गांव से हैं और पूर्व में आपस में दोस्त थे। कुछ वर्ष पहले शाहबाज मौसी की लड़की को भगा ले गया था। इस प्रकरण में वह और उसका बड़ा भाई शादाब जेल चला गया।