पुस्तक प्रेमियों के लिए सेंट्रल लाइब्रेरी में लगा पुस्तक मेला
सेन्ट्रल लाइब्रेरी भोपाल में दो दिवसीय पुस्तक मेले का शुभारंभ अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने किया
भोपाल। पुस्तक प्रेमियों के लिए सेंट्रल लाइब्रेरी में 2 दिवसीय पुस्तक मेले में रखी गईं हैं विभिन्न विधाओं की पुस्तकें, जिन्हें लेने के लिए पुस्तक प्रेमी और छात्र -छात्राओं का हुजुम पहुंचा। पुस्तक मेले में अरिहंत, टाटा मेग्रा, किरन, प्रमेश, दर्पण आदि प्रकाशन प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकें और राजकमल, जेको, मंजूल आदि प्रकाशन की पुस्तकें अधिकतम डिस्कांउट पर उपलब्ध हैं।
पुस्तक मेले का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री किशन सूर्यवंशी, क्षेत्रीय ग्रंथपाल रत्ना वाधवानी व पुस्तकालय सदस्यों ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर श्री किशन सूर्यवंशी ने कहा कि पुस्तकालय का यह प्रयास अभूतपूर्व है, इस तरह के कार्यक्रम से अनेको युवा साथियों को लाभ मिलता है।
हमारे देश के ग्रंथो को दूसरे देश के लोगो ने लूट कर तरक्की हासिल कर ली, तक्षशिला विश्वविधालय इसका उदाहरण है। लेकिन हमारे देश की ताकत ने एक नई ऊर्जा के साथ अपने वर्चस्व की लड़ाई लड़ी, हमारे पुस्तकालय के ग्रंथो में कई सामाजिक समस्या का हल मिलता है। वेद, पुराण, रामायण से आधुनिक तकनीक का प्रारंभिक दौर माना जाता है। साथ ही श्री कृष्ण AI का सबसे बड़ा उदाहरण है।
पुस्तकालय अध्ययन करने का सबसे बड़ा केन्द्र है, यहाँ अध्ययन करने वाले युवाओं को आगामी भविष्य की शुभकामना।
इस मौके पर क्षेत्रीय ग्रंथपाल रत्ना वाधवानी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुऐ कहा कि युवा शक्ति हमारे देश की ताकत है। जो भारत को विश्वगुरू बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा। आज हमारा देश ऊर्जा, तकनीकी, AI, अनुसंधान में तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है, जिसमें ओर अधिक वृद्धि के लिए अध्ययन की आवश्यकता है। इस तरह के पुस्तक मेले का उद्देश्य अधिक अध्ययन को बढ़ावा देना है। पुस्तक मेले में लगभग 5000 पुस्तकों के कलेक्शन को शामिल किया गया है। पुस्तक मेले में सबसे सस्ती किताब हमारी जानकारी हजारे पास लेखक चन्द्रभान राही जिसकी कीमत है मात्र 10 रूपये है। वहीं सबसे महंगी किताब – कथादेश (18 खंड) मूल्य 17820 रूपये आइसेक्ट पब्लिकेशन की है। पुस्तक मेले में सबसे चर्चित पुस्तक पल्स हैंडराइटिंग नोट्स अरिहंत पब्लिकेशन, पुस्तक मेले की कुछ अन्य प्रसिद्ध किताबें द लाज ऑफ हूमन नेचर द डेली लॉज मैनिफेस्ट, हे राम शशि थरूर की पुस्तक भी मेले में उपलब्ध है।