रायपुर
पूर्वमंत्री बृजमोहन अग्रवाल द्वारा गोठानों पर लगाये गये आरोपों को प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने सतही और काल्पनिक बताया है। गोठान योजना में कुल 1334 करोड़ खर्च हुआ है और भाजपा हास्यास्पद आरोप लगाती है कि इस योजना में 1300 करोड़ का घोटाला हो गया है। बृजमोहन बड़े सतही और बचकाने तौर पर गणना करके दावा कर रहे हैं कि 3380 गायों पर प्रति गाय 39.80 रू. खर्च हुआ है जबकि प्रदेश में 9790 से अधिक गोठान है, प्रति गोठान में औसतन 100 गाय भी होती है तो लगभग प्रदेश में लगभग दस लाख से अधिक गाय होती है। जबकि बृजमोहन को प्रदेश में मात्र 3900 गाय नजर आ रही है। बृजमोहन अग्रवाल गाय, गांव और गोठान के मर्म को नहीं समझ सकते। जब बृजमोहन कृषि पशुपालन मंत्री थे तब गौशाला के नाम पर 1667 करोड़ का घोटाला हुआ, घोटाला भाजपा के चरित्र में है। अत: उन्हें हमेशा सोते जगाते घोटाला ही नजर आता है।
शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में 9790 गोठानो का निर्माण किया, इन गोठानो के माध्यम से पूरे प्रदेश में 3 लाख 50 हजार एकड़ जमीन चारागाह के लिए आरक्षित है। एक ओर जहां रमन राज में 1000 एकड़ सरकारी जमीन का बंदरबाट हुआ, कांग्रेस सरकार ने साढ़े तीन लाख जमीन आरक्षित किया। रमन राज में गौशालाओं के नाम पर 1677.67 करोड़ रू. भाजपाईयों ने गौशाला के नाम पर डकारा। रमन राज में 15 साल में 27000 से अधिक गायों की मौतें भूख से, बिना चारा पानी के तड़प कर हुई।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना से जुड़े सभी लाभान्वित हो रहे है। पशुपालक, चरवाहे, किसान से लेकर स्व सहायता समूह की महिलाओं और सरकार को भी फायदा हो रहा है। इस योजना से न्यूनतम लागत से अधिकतम रोजगार का सृजन हो रहा है। एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की दूरदर्शी योजना गोधन न्याय योजना के तारीफ के पुल बांध रहे हैं, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता इस योजना की सफलता और यश को देखकर कुंठित होते रहे हैं और इसकी आलोचना करते रहे हैं। भूसे के ढेर में सुई की तरह मुद्दा खोजने की असफल कोशिश करने वाली भाजपा भूपेश सरकार द्वारा जनता के लिए लाई गई सफल और उत्कृष्ट योजनाओं का ही विरोध करने लगी है।