विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा कोई कोर कसर चाहती, मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों में बदलाव संभव
भोपाल
इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों ही दल कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। इसी क्रम में आज भाजपा जहां शिवराज सरकार के मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों में फेदबदल करने पर विचार करने जा रही है। वहीं कांग्रेस भी किसानों के मुद्दे को लेकर सड़क पर प्रदर्शन करने की तैयारी में है। कांग्रेस का यह प्रदर्शन विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ही किया जाएगा। चुनावी जमावट के चलते शिवराज सरकार के मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों में बदलाव किया जाने की सुगबुगाहट तेज हो चली है।
ऐसा माना जा रहा है कि आज शाम को भाजपा कोर कमेटी की होने वाली बैठक में मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों में बदलाव करने को लेकर विचार हो सकता है। वहीं खाली पड़े कुछ प्राधिकरणों में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी इस बैठक में विचार होगा। इस बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश भाजपा के प्रभारी मुरलीधर राव सहित भाजपा के सभी दिग्गज नेता शामिल होंगे। बैठक में चुनाव की दृष्टि से अन्य बातों पर भी विचार होगा। इस बैठक को भाजपा में खासा अहम माना जा रहा है। विधानसभा के बजट सत्र में हुए घटनाक्रम को लेकर भी इस बैठक में चर्चा हो सकती है।
किसानों को साधने में जुटी कांग्रेस
इधर कांग्रेस विधानसभा चुनाव से पहले किसानों को साधने में जुट गई है। इसी कड़ी में वह विधानसभा का घेराव करने की तैयारी कर रही है। इस प्रदर्शन में कांग्रेस की किसानों को लेकर जो मुख्य मांग होगी वह गेहूं के समर्थन मूल्य तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल करने की होगी। इसे लेकर सदन में जीतू पटवारी ने कहा था। अब कांग्रेस इस मांग को सदन के बाहर सड़क पर उठाने की तैयारी कर रही है। यह प्रदर्शन विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ही करने की तैयारी है। प्रदर्शन कब किया जाएगा, इसे लेकर एक-दो दिन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथा तय कर देंगे।
प्रकोष्ठों की भी हुई बैठक
इससे पहले आज सुबह प्रदेश भाजपा दफ्तर में प्रकोष्ठों की भी बैठक हुई। बैठक प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव और अध्यक्ष बीडी शर्मा ने ली। बैठक में सभी प्रकोष्ठों के काम-काज की समीक्षा की गई। इन्हें चुनाव की दृष्टि से आगे भी पूरी ताकत के साथ सरकार के कामकाजों को जनता के बीच तक पहुंचाने का दायित्व भी दिया गया है।