Manipur Unrest के बीच सेना का बड़ा बयान, भारतीय सेना के सभी रैंक नस्ल, जाति, पंथ और लिंग से परे
मणिपुर
मणिपुर में हिंसा के बाद तनावपूर्ण शांति है। भारतीय सेना ने एक अहम बयान में कहा है कि भारतीय सेना के सभी अधिकारी चाहे वे किसी भी रैंक पर हों, नस्ल, जाति, पंथ और लिंग अज्ञेयवादी (gender agnostic) हैं। भारतीय सेना का बयान कुछ सोशल मीडिया कमेंट्स के बाद सामने आया है। सेना ने कहा, मैसेजिंग ऐप्स के माध्यम से ट्विटर और फेसबुक पर पोस्ट किए गए एक संदेश में मणिपुर में आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों का पालन करने वाले एक विशेष समुदाय के सैन्य अधिकारियों का विवरण दिया गया है।
मणिपुर में अब सब कंट्रोल में है, शाह बोले- जांच के लिए बनेगा आयोग सेना ने स्पष्ट किया कि उन्हीं अधिकारियों की बदनामी हो रही है जिन्होंने उपद्रव करने वालों के रातों की नींद हराम कर दी है, बिना भोजन और पानी के ड्यूटी कर रहे सैनिकों ने, हजारों लोगों को बचाया है और मणिपुर में धर्म, जाति या पंथ से परे लोगों को शरण दी है। भारतीय सेना के सभी रैंक नस्ल, जाति, पंथ और लिंग से परे (gender agnostic) हैं। सेना ने दो टूक कहा, सैनिक सभी के लिए एक समान हैं और किसी से नहीं डरते। भारतीय सेना के अधिकारियों और सैनिकों को जरूरत के अनुसार देश के सभी हिस्सों में तैनात किया जाता है।