शेयर बाजार का बड़ा असर: नए म्यूचुअल फंड निवेशक 60 लाख घटे, एफडी में रुझान बढ़ा
नई दिल्ली
पिछले डेढ़ साल में शेयर बाजार के सुस्त प्रदर्शन का असर म्युचुअल फंड पर भी देखने को मिला है। मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 11 महीने में इस क्षेत्र ने महज 37 लाख नए निवेशक जोड़े हैं। जबकि पिछले वित्त वर्ष में करीब एक करोड़ नए निवेशक जोड़े गए थे। उद्योग के नए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। म्युचुअल फंड विशेषज्ञों के अनुसार, इक्विटी योजनाओं के अल्पावधि के प्रदर्शन में नरमी के कारण नए निवेशकों का जुड़ाव कम हुआ है। पिछले एक साल के प्रदर्शन का विश्लेषण करने से पता चलता है कि करीब आधी योजनाएं लाल निशान में हैं और सिर्फ 20 फीसदी योजनाओं ने पांच फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है।
बाजार का बड़ा असर
इक्विटी योजनाओं के सुस्त प्रदर्शन की वजह पिछले डेढ़ साल में बाजारों की कमजोरी रही है। अक्टूबर 2021 में 18,000 के उच्चस्तर पर पहुंचने वाला निफ्टी-50 तब से 16,000 से 18,000 के दायरे में रहा है। कुल मिलाकर पिछले 18 महीने में सेंसेक्स व निफ्टी 2.6-1.6 फीसदी तक टूटा है।
एफडी में रुझान बढ़ा
वहीं, निवेशकों का रुख फिक्स डिपॉजिट (एफडी) की ओर भी हुआ है। साल 2020 में कोविड के कारण आरबीआई की तरफ से ब्याज दरें घटाए जाने के बाद बैंक एफडी की दरें 5 फीसदी के नीचे चली गई थी, लेकिन अब यह करीब 7.5 फीसदी पर है।