रायपुर
छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के संयोजक व छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष राजेश अवस्थी, भाजपा नेता व छत्तीसगढ़ सिनेमा के विख्यात कलाकार पद्मश्री अनुज शर्मा, सुश्री मोना सेन ने एकात्म परिसर कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस सरकार पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति के साथ क्रूर मजाक करने का आरोप लगाया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी व आरटीआई प्रकोष्ठ से वात्सल्य मूर्ति माजूद थे।
अनुज ने छत्तीसगढ़ी भाखा म कहिस कि जाये के बेरा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ह अपन राजनीतिक स्वार्थ बर कलाकार मन के आज सुध लेवथ है, आ मन ह कलाकार मन के कल्याण बर नई बल्कि अपना मतलब निकाले बर कलाकार मन ल नेवता दे हवए। यह सब ढोंग हरए। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने राजभाषा आयोग का अध्यक्ष तक नहीं बनाया, फिल्म आयोग का अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया। रायगढ़ में होने वाले चक्रधर समारोह पर ग्रहण लगा दिया। तीन साल से यह प्रसिद्ध समारोह नहीं हुआ। चौथे साल भी आसार नहीं हैं। कलाकारों के मानदेय में कटौती और भेदभाव चल रहा है। भाजपा सरकार द्वारा तय फिल्मसिटी की जमीन अन्य प्रयोजन के लिए दे दी और न ही कोई सब्सिडी दी गई। अब तक फार्मेट तैयार नहीं है। मुख्यमंत्री के बाहरी सलाहकार के भरोसे छत्तीसगढ़ की संस्कृति छोड़ दी है। संस्कृति विभाग के संचालक वरिष्ठ कलाकारों का अपमान करते हुए कहते हैं कि यह तुम्हारे बाप का नहीं है।
पद्मश्री अलंकृत विभूतियों की, लोक कलाकारों की कोरोना काल में कोई मदद नहीं की। कई कलाकारों की मृत्यु हो गई। छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति के अवमूल्यन का अपराध कांग्रेस ने किया है। भाजपा के शीर्ष नेता जब भी समय-समय पर छत्तीसगढ़ दौरे पर आये हैं, छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों से भेंट कर छत्तीसगढ़ की संस्कृति के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया है। छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति को जीवित रखने के लिए छत्तीसगढि?ा लोक कलाकारों के लिए भाजपा द्वारा पेंशन देने का एक प्रमुख फैसला लेकर उनकी सेवा करने का फैसला लिया गया था। कांग्रेस सरकार ने कलाकारों की सुध लेने की बजाय राजनीतिकरण कर दिया। वरिष्ठ कलाकार वंचित हैं।