बेंगलुरु बना कोविड-19 के नए वैरिएंट का हॉटस्पॉट, एक ही इलाके में 20 मरीज मिलने से मचा हड़कंप
नई दिल्ली
कोरोना के मामलों ने एक बार फिर देश में अपने पैर पंसारने शुरू कर दिए हैं। दिन-प्रतिदिन कोविड-19 के नए मामलों में तेजी बनी हुई है। गोवा के बाद अब बेंगलुरू में कोरोना का विस्फोट हुआ है, जिसके बाद लोगों में हड़कंप मच गया है। कर्नाटक के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवा विभाग ने कहा कि राज्य में अब तक कोविड-19 के नए वैरिएंट जेएन.1 के करीब 34 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें तीन लोगों की मौतें भी शामिल है।
बेंगलुरु बना कोविड-19 के नए वैरिएंट का हॉटस्पॉट
बेंगलुरु के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने बताया कि कर्नाटक में अब तक JN.1 के लगभग 34 मामले सामने आए हैं। कर्नाटक में पाए गए जेएन.1 के इन 34 मामलों में से 20 अकेले बेंगलुरू में पाए गए हैं, जबकि मैसूर से चार, मांड्या से तीन, रामनगर, बेंगलुरू ग्रामीण, कोडगु और चामराजनगर से एक-एक मामले सामने आए हैं और तीन मौतें हुई हैं। वहीं, 25 दिसंबर तक देश में कुल 69 JN.1 COVID वैरिएंट के मामले सामने आए हैं। कर्नाटक से 34 मामले, महाराष्ट्र से 9, गोवा से 14, केरल से 6, तमिलनाडु से 4 और तेलंगाना से 2 मामले सामने आए हैं।
घबराने की जरूरत नहीं
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल ने पिछले हफ्ते कहा था कि भारत में वैज्ञानिक समुदाय कोरोना वायरस के नए उप-स्वरूप की बारीकी से पड़ताल कर रहा है और राज्यों को परीक्षण बढ़ाने तथा अपनी निगरानी प्रणालियों को मजबूत करने की आवश्यकता है। अधिकारियों ने कहा था कि भले ही मामलों की संख्या बढ़ रही है और देश में ‘जेएन.1' उप-स्वरूप का पता चला है, लेकिन तत्काल चिंता का कोई कारण नहीं है क्योंकि संक्रमित लोगों में से 92 प्रतिशत लोग घर में रहकर ही उपचार का विकल्प चुन रहे हैं, जिससे पता चलता है कि नए उप-स्वरूप के लक्षण हल्के हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय का राज्यों को पत्र
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने पिछले सप्ताह कहा था कि आगामी त्योहारी सत्र को देखते हुए महत्वपूर्ण कोविड-19 नियंत्रण और प्रबंधन रणनीतियों पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने बीमारी के प्रसार के जोखिम को कम करने के लिए अपेक्षित सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करने की सलाह दी थी। राज्यों से केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा साझा की गई संशोधित कोविड निगरानी रणनीति के लिए विस्तृत दिशानिर्देशों का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।