बाबा जनकराम की कोठी को उनके पौत्र IAS राजीव शर्मा ने सार्वजनिक पुस्तकालय बनाया
भोपाल
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगे बच्चों को तैयारी के लिए और ज्यादा पुस्तकें मिल सके। वे बेहतर तैयारी करे और प्रतियोगी परीक्षाओं में जिले के बच्चों का प्रतिशत और अधिक बढ़े इसके लिए बाबा जनकराम की पुरानी कोठी को उनके पौत्र शहडोल कमिश्नर आईएएस राजीव शर्मा ने सार्वजनिक पुस्तकालय और ई लाइब्रेरी में तब्दील कर शहर के युवाओं और पुस्तक प्रेमियों को समर्पित कर दिया है।
इस ई लाइब्रेरी के लोकार्पण में ग्वालियर कमिश्नर दीपक सिंह, शहडोल कमिश्नर राजीव शर्मा और भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव मौजूद रहे। वन खंडेश्वर रोड पर स्थित बाबा जनकराम सार्वजनिक पुस्तकालय और ई लाइब्रेरी के लोकार्पण के मौके पर आईएएस राजीव शर्मा ने कहा कि उनके बाबा ने स्वतंत्रता संग्राम लड़ा लेकिन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को दी जाने वाली उपाधियां, पेंशन और सरकारी सुविधाएं नहीं ली। उन्होंने जाति की पहचान छोड़ी और अपने अखबार, सामाजिक कार्यो के जरिए समाह के सभी वर्गो की सेवा की। मेधावी छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति और सार्वजनिक पुस्तकालय उनके कार्यों का विस्तार है। ग्वालियर कमिश्नर दीपक सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया की लुभावनी दुनिया से किताबों की दुनिया बेहतर है। बाबा जनकराम ट्रस्ट ने इस सार्वजनिक पुस्तकालय के माध्यम से शहर को किताबों की दुनिया सुलभ कराई है।
उन्होंने ट्रस्ट के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उम्मीद करता हूं कि शहर के नागरिक और जिला प्रशासन इसके संचालन में सहयोग करेंगे। कलेक्टर भिंड संजीव श्रीवास्तव ने भिंड को अत्याधुनिक लाइब्रेरी देने के लिए जनकराम ट्रस्ट को साधुवाद दिया। ट्रस्ट के अध्यक्ष शिवचरण उपाध्याय ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। संचालन अवधेश शर्मा ने किया। इस मौके पर मनोज जैन, अरुण गुप्ता, राहुल जैन, भूरे यादव, गुलाब सिंह, गगन शर्मा, विक्रम उपाध्याय, प्रेम प्रजापति , चंद्रशेखर पचौरी सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।