अयोध्या राम मंदिर का निर्माण दिसंबर 2023 से पहले हो जाएगा पूरा
अयोध्या
अयोध्या श्रीरामजन्म भूमि में विराजमान रामलला के दिव्य मंदिर के सुपर स्ट्रक्चर का निर्माण जून में पूरा हो जाएगा। इसके बाद इंटीरियर डिजाइन एवं फिनिशिंग का काम शुरू होगा जो कि दिसम्बर 2023 से पहले पूरा कर लिया जाएगा। यह दावा राम मंदिर की कार्यदाई संस्था एलएंडटी के परियोजना निदेशक वीके मेहता ने किया। उन्होंने बताया कि इस बात का अनुमान पहले से था कि आखिरी समय में निर्माण को पूरा करने का दबाव रहेगा, इसके कारण मार्जिन लेकर पहले से योजना तय की गई और अब तक योजना के मुताबिक समयबद्ध ढंग से काम हो रहा है।
एलएण्डटी के परियोजना निदेशक मेहता बताते हैं कि राम मंदिर के कुल 42 दरवाजे लगाए जाने हैं जिसके लिए महाराष्ट्र की टीक वुड (सागौन) की लकड़ी का चुनाव किया गया है। यहां करीब दो हजार घनफुट लकड़ी की जरूरत है जो नागपुर के कम्मपट्टी से 29 मार्च को अयोध्या लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि दरवाजों का निर्माण यहीं रामजन्म भूमि परिसर में होगा लेकिन दरवाजों को लगाने का काम भूतल के सुपर स्ट्रक्चर का निर्माण पूरा होने के बाद किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल रिटेनिंग वाल का निर्माण पूरा हो गया है। पश्चिम दिशा में रिटेनिंग वाल की दीवार पर ही परकोटा निर्माण शुरू हो चुका है। वहीं शेष तीन दिशाओं में परकोटे के फाउंडेशन का निर्माण हो रहा है।
रामजन्म भूमि में विराजमान रामलला के दर्शन मार्ग में आनंद भवन से रंगमहल के बीच थोड़ा परिवर्तन कर चौड़ाई दोगुना बढ़ाकर टू-लेन बना दिया गया है। इससे दर्शन मार्ग की लंबाई भी पहले की अपेक्षा करीब सौ मीटर बढ़ गई है। यह परिवर्तन श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के दबाव को कम करने के लिए किया गया। इस बीच दर्शन मार्ग के परिवर्तित स्थल से जन्मभूमि पथ का भी निर्माण शुरू कर दिया गया है जिसे कि सुग्रीव किला के सामने से जा रही जन्मभूमि पथ से जोड़ा जाएगा। इसी मार्ग से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 29 मार्च को पैदल भ्रमण कर निर्माण के गुणवत्ता परखी थी। फिलहाल इस पर पर रेड स्टोन लगाने का काम भी बुधवार से ही शुरू किया गया। बताया गया कि यह रेड स्टोन वातानुकूलित है। गर्मी के मौसम में पत्थर ठंडा रहेगा और जाड़े के मौसम में पत्थर गर्म रहेगा।