ISI & Lashkar-e-Taiba से अतीक-अशरफ का लिंक ! आतंकीयों ने तो नहीं करा दी वारदात
प्रयागराज
आईएसआई और लश्कर ए तैयबा से अतीक अहमद के संबंध की जांच पूरी होने से पहले उसकी हत्या कर दी गई। जिसके बाद आतंकी कनेक्शन की जांच कर रही एटीएस ने अतीक-अशरफ की हत्या के तीनों आरोपितों से पूछताछ की है। इस बात की जांच चल रही है कि कहीं किसी आतंकी संगठन या अलगाववादियों ने तो अतीक अहमद की हत्या नहीं कराई है। खुफिया एजेंसियां हर एंगल पर जांच कर रही हैं। हत्यारोपितों के मोबाइल नंबर लिए और उनके सोशल एकाउंट खंगाले जा रहे हैं।
अतीक अहमद और अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित करने के लिए पुलिस ने जेल में उनका बयान दर्ज किया था। पुलिस का दावा था कि अतीक और अशरफ ने पाकिस्तान के रास्ते ड्रोन से विदेशी असलहों की तस्करी कराने का बयान दिया है। पंजाब में किसी पाकिस्तानी से अतीक और अशरफ के संबंध थे। उसी की मदद से असलहों की तस्करी कराई गई। बयान में यह भी था कि अतीक ने आरडीएक्स और एके 47 के लिए पेमेंट कराया गया।
इसकी पुष्टि और कार्रवाई के लिए ही दोनों भाइयों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही थी। धूमनगंज थाने में 15 अप्रैल को एनआईए ने पूछताछ की और रात में दोनों भाइयों की हत्या कर दी गई। हमलावर सनी, अरुण और लवलेश मौके से पकड़े गए।
इन तीनों हमलावरों से एसआईटी पूछताछ कर रही है। एटीएस की टीम भी पूछताछ करने पहुंची। तीनों से घंटों सवाल पूछे। एटीएस यह पता लगाने में जुटी है कि अतीक और अशरफ की हत्या के पीछे किसी बाहरी संगठन का हाथ तो नहीं है। आखिर इन छुटभैया शूटरों को तुर्किये की पिस्टल कहां से मिली। जिस तरह से तीनों ने हत्या की, उससे साफ जाहिर है कि इन्हें ट्रेनिंग दी गई थी। इन सवालों के साथ एटीएस उनके बयान और सर्विलांस की मदद से कड़ी से कड़ी जोड़ने में लगी है।
ये हैं फैक्ट
- -अतीक और अशरफ की चल रही थी आतंकी संगठनों से लिंक की जांच
- -एटीएस और एनआईए की टीम ने अतीक और अशरफ से की थी पूछताछ
- -जांच पूरी होने के पहले ही अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या
- -सवाल उठा कि कहीं किसी बड़े खुलासा होने से डर से तो नहीं हुई हत्या
- -एटीएस अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए तीनों शूटरों से घंटों सवाल पूछे
- -पाकिस्तान के रास्ते तस्करी होने वाले इन असलहों की जुटाई जानकारी
- -प्रोफेशनल बन चुके शूटरों ने अभी तक चौथे सदस्य का नाम नहीं लिया
- नेता, माफिया, बिल्डर या असलहा तस्कर है साजिशकर्ता
अतीक अहमद की हत्या की साजिश रचने वाला कोई भी हो सकता है। भाड़े के शूटरों को पैसा देकर भी हत्या कराई जा सकती है। अतीक और अशरफ न जाने कितनों से दुश्मनी थी। अतीक और अशरफ के पुलिस कस्टडी में आने के बाद डर बना था किसी बड़े नाम का खुलासा हो सकता है। इस बात की भी आशंका है कि अतीक की हत्या की साजिश रचने वाले के बारे में उसने जांच एजेंसी से कुछ बोला हो और इसकी शातिर को भनक लग गई। इस हत्याकांड में राजनेता, माफिया, बिल्डर और पंजाब के असलहा तस्कर की भूमिका संदिग्ध है। एसआईटी के अलावा एटीएस और एसटीएफ हर एंगल पर जांच कर रही हैं।