शाइस्ता के मायके में मिली अतीक की खुफिया डायरी, बिल्डर-कारोबारियों के अतीक गैंग से लेन-देन का लेखा-जोखा
प्रयागराज
उमेश पाल हत्यकांड में पुलिस को अब शाइस्ता परवीन की तलाश है। उसकी तलाश के लिए पुलिस जगह जगह छापेमारी कर रही है, लेकिन कानून के हाथ उस तक नहीं पहुंच पाए हैं। 50 हजार की इनामी आरोपित शाइस्ता के कुछ रिश्तेदारों और करीबियों को उठाकर पूछताछ की गई है, मगर कोई कुछ बता नहीं सका। बताया जा रहा है कि हत्याकांड के कुछ दिन बाद फरार हुई शाइस्ता ने शुरुआत में मोबाइल का इस्तेमाल किया था, जिसके बारे में पुलिस को इनपुट मिला था।
शाइस्ता के मायके से एक डायरी मिलने का हल्ला गुरुवार को दिनभर मचा रहा। कहा गया कि पुलिस को मिली डायरी में बिल्डर, कारोबारी सहित कई शख्स का नाम दर्ज हैं। ऐसे सभी लोगों का अतीक और उसके गैंग से लेनदेन की बात भी कही जा रही है। हालांकि डायरी मिलने और उसमें दर्ज लोगों के नाम के बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। उमेश पाल हत्याकांड की साज़िश रचने की आरोपी शाइस्ता परवीन बेहद शातिर है। वो बार-बार अपना ठिकाना बदल रही है। वो मोबाइल फोन और सिमकार्ड भी बदल रही है। लिहाज़ा पुलिस ने उसकी तलाश के साथ-साथ शाइस्ता की मदद करने वालों की पहचान करनी शुरु कर दी है।
यूपी पुलिस शाइस्ता परवीन के मायके तक पहुंच गई जहां उसे एक ऐसी डायरी मिली जिसमें अतीक की काली कमाई और उसके करीबियों का पूरा ब्योरा है। माफिया अतीक अहमद के ससुर के घर हुई छापेमारी के दौरान पुलिस को एक डायरी बरामद हुई है, जिसमें अतीक के कई करीबियों और मददगारों के नाम दर्ज हैं। इतना ही नहीं डायरी में पांच राज्यों में अतीक के फैले कारोबार की फेहरिस्त है। रियल एस्टेट और होटल के कारोबार से जुड़े अतीक के करीबियों का भी जिक्र है। गुजरात, राजस्थान, मुंबई, एमपी और दिल्ली में मौजूद बेनामी कंपनियों का ब्योरा है। जिन फर्जी कंपनियों के सहारे पूरा साम्राज्य खड़ा किया गया उन कंपनियों का भी जिक्र डायरी में है। शेल कंपनियों से करोड़ों के लेन-देन की भी तमाम जानकारी इस डायरी में है। इस डायरी में अतीक के सभी करीबियों के फोन नंबर भी मौजूद हैं।