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अरशद वारसी: 14 साल में हुए अनाथ सेल्समैन बनकर किया गुजारा

मुंबई

मुन्ना भाई के सर्किट का रोल हो, गोलमाल के माधव का या जॉली एल एल बी के जॉली, अरशद वारसी ने हर रोल बखूबी निभाया है। उनका 55वां बर्थडे है। मुंबई के एक संपन्न मुस्लिम परिवार में उनका जन्म हुआ था, लेकिन 14 साल की उम्र में ही मां-बाप का साया उठ गया। तंगी की वजह से उन्हें पढ़ाई छोड़कर सेल्समैन बनकर काम करना पड़ा। आर्थिक हालत थोड़ी ठीक हुई तो एक डांस ग्रुप ज्वाइन कर लिया। वजह ये थी कि उन्हें हमेशा से ही डांस का शौक था।

टैलेंट की बदौलत वो इस काम में आगे बढ़ते गए और बतौर कोरियोग्राफर काम करना शुरू कर दिया। 1991 में अरशद ने इंडिया डांस कॉम्पिटिशन जीता। इसके बाद उन्हें फिल्म रूप की रानी चोरों का राजा के लिए श्रीदेवी और अनिल कपूर को कोरियोग्राफ करने का मौका मिला। मल्हार कॉलेज डांस काम्पीटिशन के दौरान उनकी मुलाकात मारिया गोरेटी से हुई जिनसे उन्होंने 14 फरवरी 1999 को शादी कर ली। शादी के कुछ साल बाद अरशद परिवार पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते थे। पूरा ध्यान उनका प्रोडक्शन हाउस पर रहता था। ये सिलसिला पूरे 9 महीने तक चला जिस वजह से ये खबरें सामने आनी लगी थीं कि उनका और मारिया का तलाक होने वाला है। हालांकि समय रहते हुए उन्होंने ये सब संभाल लिया और आज वो अपने परिवार के साथ सुखी हैं।

अरशद वारसी का जन्म 19 अप्रैल 1968 को मुंबई के एक संपन्न मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके पिता अहमद अली खान हिंदी फिल्मों में बतौर म्यूजिशियन काम करते थे और उन्होंने दो शादियां की थी। कम उम्र में ही परिवार वालों ने अरशद को बोर्डिंग स्कूल भेज दिया था। सब कुछ सही चल रहा था, लेकिन 14 साल की उम्र में उनके सिर से मां-बाप का साया उठ गया और वो अनाथ हो गए। हालत बहुत खराब हो गई, जिस वजह से अरशद को अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी। कमाई का कोई जरिया नहीं था, इस वजह से वो एक कॉस्मैटिक्स कंपनी में सेल्समैन के तौर पर काम करने लगे।

Pradesh 24 News
       
   

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