UP के हस्तिनापुर से कांग्रेस की दावेदार थीं अर्चना गौतम, फिर क्यों पार्टी से धक्के मार कर निकाला गया बाहर?
मेरठ
बिग बास, खतरों के खिलाड़ी की मशहूर फैम अर्चना गौतम इन दिनों सुर्खियों में हैं मेरठ जिले के गांव नंगला हरेरू की निवासी अर्चना गौतम को कांग्रेस ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया और अर्चना पर कई तरह के आरोप लगे हैं। जिसके बाद अर्चना गौतम का राजनीतिक करियर पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
अर्चना मिस बिकिनी 2018 इंडिया रहीं हैं। उन्हें कांग्रेस ने इस बार हस्तिनापुर सीट से उम्मीदवार बनाया था। जिसमें वो बुरी तरह हार गईं। इस लेख के जरिए पढ़िए अर्चना गौतम के बारे में अर्चना को मिली पहचान ग्रेट ग्रैंड मस्ती में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पहचानी जाने वाली अभिनेत्री अर्चना गौतम ने हाल ही में बिग बॉस 16 के घर में प्रवेश किया है। वह एक अभिनेत्री होने के अलावा एक भारतीय मॉडल, राजनीतिज्ञ भी हैं। मनोरंजन उद्योग में उनके काम के लिए उन्हें सितंबर में डॉ. एस. राधाकृष्णन मेमोरियल अवार्ड्स और वुमेन अचीवर्स अवार्ड मिला।
अर्चना की पढ़ाई
अर्चना का जन्म 1 सितंबर 1995 को मेरठ, उत्तर प्रदेश में हुआ था।
मेरठ के आईआईएमटी में, अर्चना गौतम ने पत्रकारिता और जनसंचार में स्नातक की डिग्री हासिल की।
अर्चना के करियर के बारे में
अर्चना गौतम ने 2015 में बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की। पहली फिल्म ग्रेट ग्रैंड मस्ती थी
अर्चना की दूसरी फिल्म, हसीना पार्कर भी हिट रही।
अर्चना 2014 में मिस यूपी का ताज पहन चुकी है।
अर्चना गौतम ने 2018 मिस बिकिनी इंडिया के रूप में मिस बिकिनी यूनिवर्स प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व किया
अर्चना गौतम मलेशिया में मिस कॉसमॉस 2018 प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी है और मोस्ट टैलेंट 2018 का पुरस्कार जीत चुकी हैं।
राजनीति में मिला ब्रेक
अर्चना गौतम अभिनेत्री से नेता बनीं
वर्ष 2021 में राजनीति में एंट्री की
कांग्रेस ने उन्हें यूपी विधान सभा के लिए 2022 में हस्तिनापुर टिकट (निर्वाचन क्षेत्र) से उम्मीदवार बनाया था।
प्रियंका वाड्रा ने भी अर्चना के लिए रोड शो किया, बावजूद अर्चना को मात्र 1519 वोट मिले थे।
अर्चना का निष्कासन
शुक्रवार को दिल्ली में अर्चना व महिला कार्यकर्ताओं के बीच हुए विवाद के बाद उनके निष्कासन का पत्र शनिवार को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था। प्रदेश कांग्रेस ने अर्चना पर अनुशासनहीनता के कई गंभीर आरोपों को लेकर 31 मई को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा था।