भदभदा में 25 करोड़ की लागत से बनेगा एक्वा पार्क एवं अनुसंधान केंद्र
मंत्री सिलावट ने किया भूमि-पूजन
भोपाल
जल-संसाधन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार मत्स्य-पालकों के कल्याण के लिये कटिबद्ध, वचनबद्ध और प्रतिबद्ध है। मध्यप्रदेश मत्स्य-पालन में अग्रणी है और मछुआरों के क्रेडिट-कार्ड बनाने में देश में प्रथम है। प्रदेश का बालाघाट जिला मत्स्य-उत्पादन में देश में प्रथम है। मछुओं के कल्याण के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना बनाई है और योजना का सफल क्रियान्वयन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में किया जा रहा है।
मंत्री सिलावट ने आज भदभदा मत्स्य प्रक्षेत्र भोपाल में 25 करोड़ की लागत से लगभग 4 एकड़ भूमि पर बनने वाले एक्वा पार्क एवं अनुसंधान केंद्र का भूमि-पूजन किया। केन्द्र के वित्तीय सहयोग से जलीय जीवों के प्रदर्शन, उनके जीवन अध्ययन और इससे संबंधित पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक्वा पार्क की स्थापना की जा रही है। मंत्री सिलावट ने निर्देश दिये कि पार्क का निर्माण निर्धारित समय-सीमा में उच्च गुणवत्तापूर्ण कराया जाये।
मंत्री सिलावट ने कहा कि प्रदेश सरकार मछुओं के कल्याण के लिये निरंतर कार्य कर रही है। केवट समाज का देश के विकास में सराहनीय योगदान रहा है। उनके कार्यों से हमें नई ऊर्जा और शक्ति मिलती है। वे केवट ही थे, जिन्होंने भगवान श्रीराम, लक्ष्मण एवं जानकी को गंगा पार कराया था।
मंत्री सिलावट ने बताया कि मत्स्य-पालकों को रुकने और भोजन के लिये भोपाल सहित सभी जिलों में भवन बनाये जाने की योजना है। उन्होंने बताया कि अतिवृष्टि से गाँधी सागर तथा जिन अन्य क्षेत्रों में मछुआरों को नुकसान हुआ है, उसका सर्वे कराकर यथासंभव सहायता सरकार द्वारा दी जायेगी। मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम बाथम ने बताया कि भोपाल में मत्स्य-पालकों के लिये 7 करोड़ की लागत से भवन बनाया जायेगा।
मंत्री सिलावट ने शिला-पट्टिका का अनावरण और द्वीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विधायक नारायण पटेल, प्रमुख सचिव श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, अपर सचिव अनुराग चौधरी, प्रबंध संचालक पुरुषोत्तम दीवान, संचालक भरत सिंह तथा बड़ी संख्या में मत्स्य-पालक उपस्थित थे।