एप्पल ने भारत में खोला नया ऑफिस, 1,200 कर्मचारियों के काम करने की व्यवस्था
बेंगलुरु
भारत में अपने कारोबार का विस्तार करते हुए एप्पल ने बेंगलुरु में एक नया ऑफिस खोला। आईफोन निर्माता ने लोकल मैन्युफैक्चरिंग में तेजी लाने के साथ देश में अपनी स्थिति मजबूत की है।मिन्स्क स्क्वायर पर स्थित नए ऑफिस में 1,200 कर्मचारी रहेंगे। इसमें 15 फ्लोर हैं और इसमें समर्पित लैब स्पेस, कोलैबोरेशन और वेलनेस के लिए एरिया और कैफे मैक शामिल है।
एप्पल के एक प्रवक्ता ने बताया, "बेंगलुरु पहले से ही हमारी कई टैलेंटेड टीमों का घर है, जिनमें सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और हार्डवेयर टेक्नोलॉजी, ऑपरेशन्स, कस्टमर्स सपोर्ट और बहुत कुछ शामिल है।" कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ''एप्पल में हम जो कुछ भी करते हैं, उसकी तरह, यह वर्कस्पेस इनोवेशन, क्रिएटिविटी और कनेक्शन को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। यह हमारी टीमों के लिए कोलैबोरेट करने की एक अद्भुत जगह है।''
नया ऑफिस 100 प्रतिशत रिन्यूएबल एनर्जी पर चलेगा, और इसका लक्ष्य 'लीडरशिप इन एनर्जी एंड एनवायरमेंटल डिजाइन' (एलईईडी) प्लैटिनम रेटिंग में नेतृत्व हासिल करना है। एप्पल 2020 से अपने कॉर्पोरेट ऑपरेशन्स के लिए कार्बन न्यूट्रल रहा है, और 2018 से 100 प्रतिशत रिन्यूएबल एनर्जी का इस्तेमाल करके सभी एप्पल फैसिलिटी को चला रहा है। यह ऑफिस बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद और गुरुग्राम में कंपनी के कॉर्पोरेट ऑफिस को कनेक्ट करेगा। देश में एप्पल के 25 साल से ज्यादा के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर दर्शाता है।
एप्पल के भारत में लगभग 3,000 कर्मचारी हैं। इंडियन सप्लायर के साथ काम करने से देश भर में सैकड़ों हजारों नौकरियां मिलती हैं। कंपनी पूरे भारत में पार्टनर्स के साथ काम करती है जो पर्यावरण की रक्षा और शिक्षा और रोजगार तक पहुंच बढ़ाने के लिए जरूरी कामों को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसमें फ्रैंक वॉटर भी शामिल है, जो बेंगलुरु के बाहरी इलाके में समुदायों को जलक्षेत्रों की रक्षा करने में सशक्त बनाने में मदद करता है।
बेंगलुरु में एप्पल की टीमें सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, सर्विस, आईएस एंड टी ऑपरेशन, कस्टमर सपोर्ट से लेकर एप्पल के बिजनेस की एक विस्तृत रेंज में काम करती हैं। इंडस्ट्री के डेटा के मुताबिक, भारत ने लोकल मैन्युफैक्चरिंग को दोगुना कर दिया, एप्पल ने 2023 में भारत में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के आईफोन असेंबल किए। हालांकि, इंडस्ट्री सोर्स के अनुसार, भारत में निर्मित/असेंबल किए गए आईफोन्स का वास्तविक मार्केट वेल्यू अन्य देशों में टैक्स के आधार पर बहुत अधिक हो सकता है।