बिहार-पटना में प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी का ऐलान, केसी सिन्हा और देवेंद्र यादव व मोनाजिर हसन रहे मौजूद
पटना.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने जोखिम नहीं उठाते हुए अपने राजनीतिक दल का नाम- जनसुराज पार्टी ही रखा है। 'अमर उजाला' ने पहले ही प्रशांत किशोर की टीम में चल रहे मंथन के आधार पर बताया था कि पार्टी का नाम इसे ही रखने की बात चल रही है।
जन सुराज के स्थापना अधिवेशन में बुधवार को इस बात पर नजर थी कि कौन-कौन शामिल हो रहे। तो, अब नाम सामने आ गया है। गणित की किताबों के लिए दशकों से चर्चित केसी सिन्हा पीके के साथ आ गए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव, बिहार के पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन भी। और भी नाम सामने आ रहे हैं। प्रशांत किशोर ने अपने संबोधन में कहा कि आपलोग वोट जिसे देना चाहते हैं, उसे दीजिए। लेकिन, जन सुराज का मंत्र सीख कर दीजिएगा तो शिक्षा और रोजगार मिलेगा। पीके ने कहा कि बिहार में बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा होनी चाहिए। युवाओं को रोजगार मिलना चाहिए। यहां आजतक पढ़ाई और रोजगार नहीं मिला। आपने आजतक इन दो मुद्दों पर वोट नहीं दिया। हम इसका प्रमाण देते हैं कि कैसे आपके बच्चों को पढ़ाई और रोजगार मिलेगा।
10 देशों से मेहमानों को बुलाया गया
दो साल पहले गांधी जयंती के दिन ही चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने चंपारण से अपनी पदयात्रा शुरू की थी। दो साल पूरे होने पर आज उन्होंने जनसुराज को राजनीतिक पार्टी बना दी है मंगलवार दोपहर पटना के बेली रोड से पदयात्रा कर वह अपने समर्थकों के साथ वेटनरी कॉलेज मैदान पहुंचे। बिहार में राजनीतिक दल की प्राण-प्रतिष्ठा कर रहे प्रशांत किशोर के कार्यक्रम में विदेशी मेहमानों का जमावड़ा लगा है। पीके की पार्टी गठन के इस कार्यक्रम में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी सहित 10 देशों से मेहमानों को बुलाया गया है।
दलित चेहरा या प्रशांत किशोर की पत्नी पार्टी अध्यक्ष?
प्रशांत किशोर ने गांधी जयंती पर अपनी पार्टी के गठन की घोषणा की, तभी से बिहार की राजनीति के दिग्गजों ने उन्हें कमतर बताना तेज कर दिया। अब प्रचार हो रहा है कि वह अपनी पत्नी को पार्टी का अध्यक्ष बनाने जा रहे हैं। यह हल्ला इसलिए है, क्योंकि खुद पीके अध्यक्ष नहीं बनने की बात कह रहे हैं। परिवारवाद के आरोप से बचने के लिए पीके अपनी पत्नी को शायद ही यह जिम्मेदारी दें। ऐसे में अध्यक्ष कौन बनेगा, इसपर गहन मंथन जन सुराज के मौजूदा सक्रिय टीम में भी हो रहा है। यह घोषणा भी कल खुद पीके ही करेंगे। कहा जा रहा है कि किसी दलित चेहरे को वह सामने लाएंगे।
अगर सरकार बनी तो यह पांच चीजें लाने का दावा –
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का दावा है कि अगर जनसुराज बिहार में अपनी सरकार बनाती है तो काफी परिवर्तन आएगा। उन्होंने पांच चीजों का जिक्र किया।
युवाओं का पलायन बंद –
बिहार में ही युवाओं के लिए 10- 15 हजार के रोजी – रोजगार की गारंटी
बुजुर्गों को ₹2000 पेंशन –
60 वर्ष से ऊपर के हर महिला- पुरुष को प्रतिमाह 2 हजार पेंशन
महिलाओं को सस्ता ऋण –
सरकारी गारंटी पर महिलाओं को व्यवसाय करने के लिए 4% सालाना ब्याज पर पैसा
बच्चों के लिए विश्वस्तरीय शिक्षा –
15 साल तक के हर गरीब के लिए मुफ्त बेहतर शिक्षा की व्यवस्था
किसानों को खेती से बेहतर कमाई –
नकदी फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए मजदूरों की मुफ्त व्यवस्था