भारत के साथ अमेरिका के रिश्ते पहले से अधिक मजबूत हुए : व्हाइट हाउस
वाशिंगटन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की ऐतिहासिक आधिकारिक यात्रा के एक महीने बाद प्रतिष्ठित अमेरिकी सांसदों और अमेरिका के राष्ट्रपति के कार्यालय व्हाइट हाउस ने कहा कि भारत-अमेरिका संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत हुए हैं।
सांसदों और अधिकारियों ने 21 जून को व्हाइट हाउस के लॉन में 8,000 से अधिक भारतीय अमेरिकियों की उपस्थिति और अमेरिकी संसद में प्रधानमंत्री मोदी के प्रभावशाली संबोधन की सराहना की। उन्होंने मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच मुलाकात के बाद जारी संयुक्त बयान में परिलक्षित द्विपक्षीय संबंधों के प्रमुख बिंदुओं पर भी बात की।
सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर ने यहां 'पीटीआई' से कहा, ''मैं उन्हें (मोदी को) पसंद करता हूं।'' शूमर इस वर्ष की शुरुआत में अपनी पहली भारत यात्रा और उसके बाद प्रधानमंत्री के साथ बैठकें करने से पहले तक भारत और मोदी के आलोचक थे।
शूमर और कई अन्य सांसद बाइडन द्वारा उनके लिए आयोजित वार्षिक 'कांग्रेस पिकनिक' के लिए दोपहर व्हाइट हाउस के लॉन में एकत्र हुए।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''पिछले महीने (भारत के प्रधानमंत्री की) यात्रा बेहद सफल और महत्वपूर्ण थी। भारत के साथ संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत हुए हैं और जैसा कि आप जानते हैं, हमने कई प्रमुख लक्ष्यों की घोषणा की है। उनमें से कुछ को लागू किया जा रहा है।''
मोदी द्वारा अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने की पहल का नेतृत्व करने वाले 'इंडिया कॉकस' के सह-अध्यक्ष सांसद रो खन्ना ने कहा कि रक्षा, अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी को मजबूत करना प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का मुख्य बिंदु थे।
उन्होंने 'पीटीआई' से कहा, ''मैं भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर बहुत आशावान हूं और राष्ट्रपति ने वास्तव में इसे अगले स्तर पर ले जाने में मदद की है।''
सदन में ऑरलैंडो का प्रतिनिधित्व करने वाले और भारत में मानवाधिकारों के मुद्दे को मोदी के साथ उठाने के लिए बाइडन को पत्र लिखने वाले 70 सांसद में शामिल मैक्सवेल एलेजांद्रो फ्रॉस्ट ने कहा कि वह भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर बहुत आशावादी हैं।
फ्रॉस्ट ने 'पीटीआई' से कहा, ''जब प्रधानमंत्री मोदी आए तो सड़कों पर लोग उन्हें देखने के लिए खड़े थे। जाहिर है कि वह दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं, इसलिए यहां उनका स्वागत करके बहुत अच्छा लगा।''
पत्र के एक अन्य हस्ताक्षरकर्ता सीनेटर बेन कार्डिन ने कहा कि भारत, अमेरिका का एक महत्वपूर्ण भागीदार है।
कार्डिन ने कहा, ''हमने कुछ क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों के साथ-साथ कुछ मानवाधिकार मुद्दों पर हमारी कुछ चिंताओं को लेकर स्पष्ट चर्चा की है। उनके बीच अच्छी बातचीत हुई। भारत अमेरिका का एक महत्वपूर्ण भागीदार है।'' सांसद ब्रैड शर्मन ने कहा कि मोदी का दूसरी बार कांग्रेस को संबोधित करना बहुत अच्छा रहा।