कोलकाता से 2024 की स्क्रिप्ट लिखेंगे अखिलेश यादव, विपक्षी एका में कांग्रेस की भूमिका पर होगी बात
कोलकाता
भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी एका की मुहिम में सक्रिय अखिलेश यादव अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी की भूमिका भी तय करेंगे। इसमें विपक्षी एका की मुहिम को धार देने की कोशिश होगी। साथ ही कांग्रेस को लेकर भी स्थिति साफ हो सकती है। यूपी में जहां सपा खुद को भाजपा के एक मात्र सशक्त विकल्प के तौर पर पेश करती रही है, उसको देखते हुए विपक्षी एका में सपा खुद को बड़ी भूमिका में देखने की जदद्दोजहद में है।
सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 11 साल बाद 18 व 19 मार्च को कोलकाता में होने जा रही है। इसमें राजनीतिक व आर्थिक प्रस्ताव पास किए जाएंगे। आय से अधिक सम्पत्ति मामले में क्लीन चिट मिल जाने के बाद अखिलेश यादव खासे आत्मविश्वास भी हैं और आक्रामक भी दिखते हैं। गैर भाजपाई दल पूरे देश में ईडी व सीबीबाई जैसी एजेंसियों के जरिए विपक्षी दलों को फंसाने व लोकतंत्र को खतरे में बताने के मुद्दे पर पूरे देश में माहौल बनाए हुए हैं। विपक्षी दलों के आक्रोश को और स्वर दिया जाएगा।
कांग्रेस के प्रति साफ होगा रुख
वैसे सपा के निशाने पर साफ तौर पर भाजपा ही होगी, लेकिन इसके जरिए उसका कांग्रेस के प्रति रुख भी साफ होगा। अखिलेश काफी समय से उन मुख्यमंत्रियों से मुलाकातें करते रहे हैं जो भाजपा के सियासी निशाने पर रहते हैं। चाहे वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव हों या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, इन सबके कांग्रेस से रिश्तों में भी खासी तल्खी रही है।
यूपी में तो कांग्रेस को लेकर उन्होंने स्थिति साफ कर रखी है लेकिन कांग्रेस नेतृत्व में विपक्षी एका पर कई विपक्षी दिग्गज राजी नहीं हैं। इसमें अखिलेश भी शामिल हैं। संभव है कि इसमें तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट हो। गुरुवार को अखिलेश यादव ने दिल्ली में लालू प्रसाद यादव से और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला से भी इसी सिलसिले में मुलाकात की।
ममता बनर्जी से आज होगी मुलाकात
कार्यकारिणी की औपचारिक शुरुआत से पहले अखिलेश यादव शुक्रवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलेंगे। इसमें तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी मौजूद रहेंगे। इस मुलाकात को खासा अहम माना जा रहा है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में विभिन्न राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष भी आमंत्रित किए गए हैं। इस बैठक में इसमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान के विधानसभा चुनावों पर सपा कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावनाएं भी तलाशेगी।