CCSI पर 31 मार्च से T-3 से उड़ान भरेंगे हवाई जहाज, एयरपोर्ट का ये टर्मिनल क्यों है खास
लखनऊ
लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय (सीसीएसआई) हवाई अड्डे ने बुधवार को घोषणा की है कि वह 31 मार्च 2024 से नए एकीकृत टर्मिनल 3 से परिचालन शुरू करेगा। इसको लेकर अकासा एयर ने परिचालन को टर्मिनल 3 पर स्थानांतरित करने की तैयारियां कर चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 मार्च को 2400 करोड़ रुपए की लागत से बने टर्मिनल 3 का उद्घाटन किया था। यह पीक आवर्स में 4000 यात्रियों को समायोजित कर सकता है और सालाना 80 लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है।
चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय (CCSI) हवाई अड्डा इस महीने की 31 तारीख से टर्मिनल 3 से परिचालन शुरू कर रहा है। अकासा एयर विश्व स्तरीय सुविधा में स्थानांतरित होने वाली पहली एयरलाइन होगी। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि टर्मिनल 3 पर जाने से यात्रियों को लाभ होगा और उन्हें विश्व स्तरीय अनुभव प्राप्त हो। यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया जा रहा है कि अकासा एयरलाइंस से उड़ान भरने वाले सभी यात्रियों को समय पर पर्याप्त जानकारी प्रदान की जाए और संचार के सभी उपलब्ध तरीकों का इस्तेमाल किया जाएगा।
ये हैं प्रमुख विशेषताएं
चौधरी चरण सिंह (अमौसी) हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 में यात्रियों को सहज अनुभव प्रदान करने के लिए डिजी यात्रा, पर्याप्त चेक-इन काउंटर, सामान्य उपयोग वाले स्वयं-सेवा कियोस्क, ओटोमेटेड ट्रे रिट्रीवल सिस्टम (एटीआरएस), उन्नत बैगेज स्क्रीनिंग मशीनें, बैगेज रि-क्लेम बेल्ट और एयरोब्रिज समेत कई प्रमुख विशेषताएं हैं। यहां नए निर्मित रूप से यात्री बोर्डिंग गेट 7 से 13 और यात्री बोर्डिंग ब्रिज 2 से 7 हो जाएंगे। क्षमता वृद्धि इसके परिचालन दक्षता में काफी सुधार करने में मदद करेगी। जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में हवाई अड्डा 28 घरेलू और 8 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को जोड़ता है।
रामायण और महाभारत की कहानियों को दर्शाया गया है
टर्मिनल 3 के प्रवेश द्वार से लेकर बोर्डिंग गेट तक उत्तर प्रदेश की कला और आर्किटेक्चर के अद्भुत ऑडियो विजुअल के जरिए अनुभव देने की कोशिश की गई है। इसके साथ ही काउंटर ‘चिकनकारी’ और ‘मुकाईश’ कढ़ाई के चमकदार नक्शे यात्रियों का स्वागत करने को तैयार हैं। फ्रॉस्टिंग पर ग्राफिक्स रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों की कहानियों को दर्शाया गया है। इसके अलावा एयरपोर्ट में कई सस्टेनेबिलिटी सुविधाएं हैं। यह मेट्रो कनेक्टिविटी, अंतरराज्यीय इलेक्ट्रिक बस सेवा और ऐप-आधारित टैक्सी सेवाओं के साथ एक मल्टी-मॉडल यात्रा का केंद्र होगा। अमौसी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया गया है। इसका लुक बेहद खास है।