कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी सूची आने के बाद विरोध स्वर भी तेज
भोपाल
कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी सूची आने के बाद विरोध की स्वर भी तेज हो गए हैं। रीवा, भोपाल, मुरैना ,रतलाम ग्रामीण, जावरा, सुहागपुर सीटों से टिकट की दावेदारी कर रहे नेताओं के समर्थकों ने विरोध तेज कर दिया है। इसमें से कुछ ने कांग्रेस के अपने पद से इस्तीफा देने की जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की, जबकि कुछ भोपाल में प्रदर्शन की तैयारी में है।
जबकि कुछ नेता भाजपा और अन्य दल के संपर्क में आ गए हैं। भानु ठाकुर ने कांग्रेस को अलविदा करते हुए भाजपा का दामन थाम लिया है। महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष रही कविता पांडे ने सोशल मीडया प्लेट फार्म एक्स पर लिखा कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से अपने आप को मुक्त कर दिया है। वे विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के परिवार से आती है और रीवा से टिकट मांग रही थी। महू में रामकिशोर शुक्ला के टिकट का विरोध अंतर सिंह दरबार कर रहे हैं। खातेगांव मंडी के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण बंडावाला ने दीपक जोशी को टिकट दिए जाने से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
भांडेर से भानु को टिकट नहीं मिला, थामा भाजपा का दामन
वहीं भांडेर से कांग्रेस में टिकट की दावेदारी कर रहे भानु ठाकुर ने कांग्रेस छोड़ दी है। उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली है। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री भानु ठाकुर ने पार्टी से इस्तीफा दिया। इसके बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के सामने उन्होंने शुक्रवार को भाजपा की सदस्यता ली। वही कांग्रेस के ही एक अन्य नेता दामोदर सिंह सेवढ़ा से टिकट नहीं मिलने से नाराज है। वे कांग्रेस से बगावत कर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
बीरेंद्र रघुवंशी की टूटी आस, केपी सिंह शिवपुरी से बरकरार
शिवपरी विधानसभा से टिकिट बदले जाने के बाद यहां बीरेंद्र रघुवंशी के खेमे ने सार्वजनिक रूप से विरोध जताना शुरू कर दिया। हालांकि इससे पहले कमलनाथ के सामने वह अपनी बात रख चुके थे। इस पर उन्होने दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़े जाने की बात कही थी, जो सियासी गलियारों में खासी चचार्ओं का विषय रहा।
मवई ने कहा- पार्टी नेताओं ने मेरे साथ धोखा किया
मुरैना विधायक राकेश मवई ने पार्टी के नेताओं पर धोखा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पीसीसी चीफ और नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने मिलकर उनका टिकट काटा है। राकेश मवई ने कहा कि उनका टिकट काटे जाने से जनता में रोष है। चुनाव में इसका परिणाम कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा। इस सीट से कांग्रेस ने किसान कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुर्जर को टिकट दिया है। वर्ष 2013 में भी यहां से दिनेश गुर्जर को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया था, तब वे यहां से तीसरे नंबर पर आए थे।