आपात स्थिति में यात्रियों की जान बचाने में महत्वपूर्ण है एईडी सेवा – उप मुख्यमंत्री शुक्ल
भोपाल
उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने राजा भोज एयरपोर्ट भोपाल में स्वचालित बाह्य डिफिब्रिलेटर (एईडी) सुविधा का शुभारंभ किया। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राजा भोज हवाई अड्डे पर एईडी की स्थापना एक सराहनीय पहल है। यह हवाई यात्रा को और अधिक सुरक्षित बनाने में सहायक होगी। यात्रियों और कर्मचारियों के जीवन की रक्षा में यह सुविधा महत्वपूर्ण है। भोपाल एयरपोर्ट मध्य प्रदेश का पहला हवाई अड्डा है जहां इस प्रकार की सुविधा उपलब्ध है। उप मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस सुविधा के लिए आभार व्यक्त किया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल एयरपोर्ट में एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध रहेगी।
नागर विमानन महानिदेशालय के निर्देशानुसार यह सुविधा सभी हवाईअड्डों पर होना आवश्यक है। भोपाल विमानतल में 4 स्थल आगमन, प्रस्थान, सिक्योरिटी होल्ड एरिया एवं पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज में इस डिवाइस को स्थापित किया गया है। अपोलो सेज अस्पताल, भोपाल की टीम ने एयरपोर्ट में उपस्थित यात्रियों को एईडी के उपयोग पर डिमॉन्सट्रेशन दिया। विमानपत्तन निदेशक श्री रामजी अवस्थी, डीसी सीआईएसएफ़ श्री मान सिंह उपस्थित थे।
क्या है स्वचालित बाह्य डिफिब्रिलेटर (एईडी)
स्वचालित बाह्य डिफिब्रिलेटर (एईडी) एक पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो हृदय की धड़कन को सामान्य करने के लिए बिजली के झटके देता है। यह अचानक हृदय गति रुकने की स्थिति में तुरंत इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे मस्तिष्क और अन्य महत्वपूर्ण अंगों को गंभीर क्षति होने से बचाया जा सकता है।
हृदय गति रुकने पर एईडी का उपयोग कैसे करें
स्वचालित बाह्य डिफिब्रिलेटर (एईडी) चालू करें और डिवाइस के निर्देशों का पालन करें। इलेक्ट्रोड को व्यक्ति की छाती पर निर्दिष्ट स्थानों पर चिपकाएं। यदि एईडी झटका देने की सलाह देता है, तो डिवाइस के निर्देशों का पालन करें। एईडी का उपयोग करने के बाद सीपीआर जारी रखें, जब तक कि चिकित्सीय सहायता न पहुँच जाए।
यह महत्वपूर्ण है कि प्रशिक्षित चिकित्सक नहीं होने पर भी एईडी का उपयोग किया जा सकता है। एईडी स्वचालित रूप से व्यक्ति को झटका नहीं देगा जब तक कि उसकी आवश्यकता न हो। डिवाइस स्पष्ट और सरल निर्देश प्रदान करता है, जिसका पालन करके कोई भी व्यक्ति आपात स्थिति में मदद कर सकता है।