रायपुर
छत्तीसगढ़ की राजधानी बूढ़ातालाब धरना स्थल को कांग्रेस के नेताओं द्वारा योजनाबद्ध तरीके से हटाकर नवा रायपुर तूता धरना स्थल बनाया गया। कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया था कि सिंचाई कॉलोनी शांति नगर को तोड़कर जिस तरह व्यवसायिक कांप्लेक्स बनाया जा रहे हैं, भविष्य में सत्तारूढ़ दल बूढ़ातालाब को भी व्यवसायिक कांप्लेक्स बनाएगा। आज आरोप व आशंका प्रमाणित हो गया। बूढ़ातालाब में विज्ञापन एजेंसी का होल्डिंग्स लगना शुरू हो गया है।
कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने बताया है कि बूढ़ातालाब धरना स्थल हटाते समय कर्मचारी संघ ने लगातार इसका विरोध किया था। तब कांग्रेस के नेताओं ने गड्ढे खोदने, दीवाल उठाने, की चेतावनी देकर प्रशासन के कंधे में बंदूक रखकर बूढ़ा तालाब में धरना की अनुमति देना बंद किया था। उसी समय कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया था कि शांति नगर सिंचाई कॉलोनी को तोड़कर जिस तरह व्यावसायिक कांप्लेक्स बनाया जा रहा है, उसी प्रकार बूढ़ातालाब में भी कांग्रेस के नेता व्यवसायिक कांप्लेक्स बनाएंगे या व्यवसाय करेंगे। विगत 3 दिनों से बूढ़ातालाब धरना स्थल पर विज्ञापन एजेंसी द्वारा अपने स्थाई होल्डिंग्स लगाकर नेताओं एवं अन्य व्यवसायिक विज्ञापन बूढ़ा तालाब के सरकारी जमीन पर लगाकर उसका लाभ अर्जित करेंगे। प्रदेश के कर्मचारी अपने लोकतांत्रिक अधिकार के तहत बूढ़ातालाब धरना स्थल पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इस मौलिक अधिकार से वंचित कर बूढ़ातालाब धरना स्थल का व्यवसायीकरण किया जा रहा है। जिसकी आशंका पूर्व से ही कर्मचारी संघ ने जताई थी। दूसरी तरफ 207 दिनों से प्रदेश की नारीशक्ति विधवा बहने अनुकंपा नियुक्ति के लिए धरनारत हैं।बरसते पानी में विगत 1 सप्ताह से बीमार, शोषित, पीड़ित होकर भी धरना जारी रखे हुए हैं। ऐसा लग रहा है कि इन महिलाओं के छाती पर होल्डिंग्स खोदे जा रहे हैं और इनकी जायज मांगों को पूरा करने के बजाय बूढ़ातालाब धरना स्थल पर व्यवसायिक लाभ सरकार लेगी।
इसी प्रकार राजधानी के सभी गार्डन में ठेले खोमचे की दुकान बनाकर व्यवसायिक उपयोग गार्डनों का भी किया गया है। श्री झा ने पूर्व से ही इसकी आशंका व्यक्त की थी। कर्मचारी नेता ने मांग की है कि तत्काल यह होल्डिंग हटाया जाए। अन्यथा 4 महीने बाद सरकार बदलने के बाद विरोधी दल जिसकी सरकार बनेगी वह व्यवसायिक लाभ लेगा, तब कांग्रेस सरकार व श्री भूपेश बघेल इसका विरोध नैतिकता के आधार पर नहीं कर पाएंगे। क्योंकि तुम्हीं ने दर्द दिया तुम्ही दवा देना की नीति लागू होगी।