श्रीमती वीरा राणा को मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार
भोपाल
1988 बैच की अधिकारी वीरा राणा को मुख्य सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। चुनाव आयोग की सहमति मिलने के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने देर शाम वीरा राणा को वर्तमान दायित्व के साथ मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार देने के आदेश जारी किए। इसके पहले उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सौजन्य भेंट की। यह दूसरा अवसर है, जब दूसरी महिला अधिकारी मुख्य सचिव पद का दायित्व संभालेंगी। । उधर, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस की सेवावृद्धि की अवधि समाप्त होने पर उन्हें गुरुवार अपराह्न शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त किए जाने के आदेश भी जारी कर दिए गए।
माशिम की अध्यक्ष हैं वीरा राणा
वीरा राणा का जन्म उत्तर प्रदेश में 26 मार्च 1964 को हुआ। वह वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष हैं और उनके पास कृषि उत्पादन आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार है। इसके साथ-साथ उन्हें मुख्य सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वह मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, खेल और युवा कल्याण, प्रशासन अकादमी और कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं।
इकबाल सिंह बैंस के बाद वह प्रदेश में उपलब्ध अधिकारियों में सबसे वरिष्ठ हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने मुख्यमंत्री के अनुमोदन से वरिष्ठता के अनुसार पैनल भेजा था। चुनाव आयोग ने वरिष्ठता के आधार पर वीरा राणा के नाम पर सहमति दी है। वह मार्च 2024 में सेवानिवृत्त होंगी। सूत्रों का कहना है कि सरकार बनने के बाद मुख्य सचिव को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
कौन है वीरा राणा
वीरा राणा 1988 बैचलर (नियुक्ति 25 अगस्त 1988) की महिला अधिकारी हैं।
वीरा राणा का जन्म 26 मार्च 1964 को उत्तर प्रदेश में हुआ था।
वीरा राणा की शिक्षा बैचलर ऑफ आर्ट्स और एमबीए है।
वीरा राणा को मध्य प्रदेश के कठोर अनुशासन प्रिय प्रशासनिक अधिकारियों में गिना जाता है।
वीरा राणा मध्य प्रदेश शासन की दूसरी महिला मुख्य सचिव ।
मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव का नाम निर्मल बुच है। उनका कार्यकाल 22 सितम्बर 1991 से 1 जनवरी 1993 तक था।
IAS वीरा राणा 1988 बैच की IAS अधिकारी है। अगले आदेश तक माध्यमिक शिक्षा मंडल अध्यक्ष और कृषि उत्पादन आयुक्त (अतिरिक्त प्रभार) के साथ मुख्य सचिव के कर्तव्यों का निर्वहन करेंगी। वे 30 नवंबर को बैंस की सेवानिवृति के बाद कार्यभार संभालेंगी। राणा ने बुधवार शाम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की थी।
भाजपा सरकार में बनीं थीं निर्मला बुच मुख्य सचिव
प्रदेश में 1960 बैच की अधिकारी निर्मला बुच को भाजपा सरकार में 22 सितंबर 1991 को मुख्य सचिव बनाया गया था। वह एक जनवरी 1993 तक मुख्य सचिव रहीं। इसके बाद अब दूसरा अवसर है, जब महिला अधिकारी को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा रही है।