इकोनॉमी पर एक रिपोर्ट जारी: 2030 तक 7 ट्रिलियन डॉलर की होगी भारत की इकोनॉमी
नई दिल्ली
आगामी एक फरवरी को अंतरिम बजट से पहले केंद्रीस वित्त मंत्रालय ने देश की इकोनॉमी पर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक देश की इकोनॉमी 2030 तक 7 ट्रिलियन डॉलर की हो सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगले तीन सालों में भारत की इकोनॉमी 5 ट्रिलियन डॉलर के स्तर को पार कर सकती है। इसी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है। हालांकि, सरकार ने साल 2047 तक भारत के 'विकसित देश' बनने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इस बार सर्वे नहीं समीक्षा
हर साल आम बजट से पहले आर्थिक सर्वे पेश किया जाता है लेकिन इस बार वित्त मंत्रालय ने समीक्षा के तौर पर 'द इंडियन इकोनॉमी: ए रिव्यू' नाम की एक रिपोर्ट जारी की है। बता दें कि लोकसभा चुनाव की वजह से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेंगी। चुनाव नतीजों के बाद नई सरकार आम बजट पेश करेगी। आम बजट से पहले आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा।
वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने कहा- यह रिपोर्ट आर्थिक सर्वेक्षण की जगह नहीं लेती है। उन्होंने कहा, ''यह आम चुनाव के बाद पूर्ण बजट से पहले आएगा।'' रिपोर्ट में मोदी सरकार के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद आर्थिक सुधारों में निरंतरता का संकेत दिया गया है। मोदी सरकार के दो कार्यकालों का लेखाजोखा देते हुए इसमें कहा गया है यह 10 साल का सफर शानदार भविष्य के संकेत देता है।
बता दें कि भारत अब 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमानित वित्त वर्ष 24) के साथ पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। रिपोर्ट के मुताबिक कोविड महामारी और विरासत में एक कमजोर अर्थव्यवस्था मिलने के बावजूद मजबूत रिकवरी हासिल की। रिपोर्ट में कहा गया है-घरेलू मांग, निजी खपत और निवेश में जो मजबूती देखी गई है, यह पिछले 10 वर्षों में सरकार द्वारा लागू किए गए सुधारों और उपायों की वजह से संभव हो सका है। सरकार की नीतियों ने उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए फिजिकल और डिजिटल इंफ्रा में निवेश के साथ आपूर्ति पक्ष को भी मजबूत किया है। ऐसे में FY25 में नॉमिनल जीडीपी 7% के करीब होने की संभावना है। बीते 5 जनवरी को सरकार ने वित्त वर्ष 2024 में 7.3% जीडीपी रहने का अनुमान लगाया था। साल 2030 तक विकास दर 7 प्रतिशत से ज्यादा रहने की काफी गुंजाइश है।