झारखंड में बिछेगा सड़कों का जाल, खोले जाएंगे 1100 नए पेट्रोल पंप
रांची
केंद्र सरकार पूरे देश में 48 हजार नए पेट्रोल पंप खोलेगी. झारखंड में सड़कों की जाल बिछायी गयी है. वाहन चालकों को ईंधन के लिए परेशानी नहीं हो, इसके लिए राज्य में 1100 जगहों पर पेट्रोल पंप खोले जायेंगे. उक्त बातें केंद्रीय श्रम राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने हिनू स्थित भविष्य निधि कार्यालय में कही. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने असंगठित श्रमिकों के लिए ई श्रम कार्ड योजना शुरू की है.
पूरे देश में 38 करोड़ असंगठित श्रमिकों को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. अभी तक 29 करोड़ लोगों को इस योजना से जोड़ा गया है. झारखंड में भी एक करोड़ लोगों को ई श्रम योजना से जोड़ने का लक्ष्य है. जिसमें 92 लाख लोगों को अभी तक जोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि ई-श्रम कार्ड बनाने के लिए तीन चीजों की आवश्यकता है. आधार कार्ड, दूरभाष संख्या और बैंक एकाउंट. श्रमिक कहीं भी सीजीएस सेंटर में यह कार्ड बना सकते हैं.
इसके लिए केंद्र सरकार 20 रुपये प्रति व्यक्ति सेंटर को भुगतान करती है. ई श्रम धारी व्यक्ति का अगर देहांत हो जाता है, तो उसके परिजनों को दो लाख रुपये मिलेंगे. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 60 वर्ष बाद पेंशन देने की भी योजना है. जिसके तहत श्रमिक को तीन हजार रुपये प्रतिमाह मिलेगा. ई-श्रम कार्ड के लिए 18 से 40 वर्ष की महिला या पुरुष आवेदन कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि ई-श्रम कार्ड के तहत कई और योजना जोड़े जायेंगे. इस अवसर पर क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-01 अजितेष कुमार, क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-02 रणधीर कुमार, सहायक भविष्य निधि आयुक्त प्रशांत कुमार, पंकज कुमार, सुजीत कुमार, अविनाश कुमार सिंह व पेंशनर, नियोक्ता व विभिन्न श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीनस्थ कार्यालय के वरीय अधिकारी भी मौजूद थे.
पेंशन के कागजात व ई-श्रम कार्ड सौंपा
केंद्रीय श्रम राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने प्रयास कार्यक्रम के अंतर्गत 10 सेवानिवृत्त अंशदाताओं को पेंशन से संबंधित कागजात (पीपीओ) का वितरण किया. इसमें सतेंद्र कुमार सिंह, सोमा उरांव, मंजीत कौर सेट्टी, महेश सिंह, धनेश्वर बैठा, मोगा कच्छप, इरिन एक्का, महेंद्र गोप, मधु चंदा राय व शांति देवी शामिल थी. वहीं पांच श्रमिकों को ई श्रम कार्ड दिया गया. इनमें कैलाश प्रसाद सिंह, कांहू कच्छप, राजदेव महतो, उषा देवी और आशा तिर्की शामिल हैं.