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इस बार लखनऊ में होगी सेना दिवस परेड

नई दिल्ली
 इस बार सेना अपना स्थापना दिवस उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मनाएगी और सेना दिवस परेड का आयोजन भी लखनऊ में किया जाएगा।सेना हर वर्ष 15 जनवरी को अपना स्थापना दिवस मनाती है। वर्ष 2022 तक यह दिवस हर बार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मनाया जाता था.

लेकिन एक नीतिगत बदलाव के तहत सेना ने इस वर्ष 15 जनवरी को अपना स्थापना दिवस कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में मनाया था।

सेना ने यह तय किया है कि वह हर वर्ष अलग-अलग जगह पर स्थापना दिवस पर समारोह का आयोजन करेगी। इसी कड़ी में इस बार आगामी 15 जनवरी को सेना दिवस का आयोजन लखनऊ में किया जाएगा।

सेना का कहना है कि पहले वह अपनी सभी छह कमान के अलग-अलग क्षेत्रों में सेना दिवस का आयोजन करेगी । इसके तहत सबसे पहले दक्षिणी कमान में बेंगलुरु में यह आयोजन किया गया और अब मध्य कमान में लखनऊ में इसका आयोजन किया जा रहा है इसका उद्देश्य देश के हर क्षेत्र में लोगों में सेना के प्रति उत्साह तथा राष्ट्रीय एकता की भावना पैदा करना और उन्हें सेना के अनुशासन तथा उसकी ताकत के बारे में जागरूक करना है।

सर्वदलीय समर्थन से महिला विधेयक पारित होना ऐतिहासिक घटना : अनुराग

चेन्नई
 केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि संसद में सभी दलों के समर्थन से महिला आरक्षण विधेयक का पारित होना एक उल्लेखनीय ऐतिहासिक घटना है।

ठाकुर ने कोयंबटूर में एक समारोह में कहा,“यह एक उल्लेखनीय ऐतिहासिक घटना है कि महिला आरक्षण विधेयक सभी दलों के समर्थन से पारित हो गया है।” उन्होंने कहा,“देश में सामाजिक प्रगति, राजनीतिक प्रगति, शारीरिक स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल और विज्ञान में महिलाओं को अत्यधिक महत्व दिया जा रहा है।”

उन्होंने बताया कि हाल ही में हरियाणा में आयोजित खेलो इंडिया गेम्स में सभी राज्यों की महिला खिलाड़ियों ने सबसे अधिक पदक जीते।
उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु की महिला वैज्ञानिकों ने चंद्र
यान-3 मिशन में अहम भूमिका निभाई। साथ ही आईआईटी से लेकर सभी शिक्षण संस्थानों में महिलाएं सबसे ज्यादा पास प्रतिशत पा रही हैं।

उन्होंने कहा कि 2014 में 14.5 करोड़ एलपीजी गैस कनेक्शन दिए गए थे, आज 33 करोड़ नए कनेक्शन दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि जल जीवन योजना के तहत सभी घरों में पाइप से पेयजल की आपूर्ति की जाती है। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत आम आदमी को पांच लाख रुपये में बेहतरीन इलाज मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि एम्स अस्पतालों की संख्या सात से बढ़कर 22 हो गई है।

ठाकुर ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 700 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं।

उन्होंने कहा कि विशेष रूप से स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय सहायता प्रदान की गई है और उन्हें करोड़पति बनाने का लक्ष्य है। उन्हें ड्रोन की ट्रेनिंग दी जाएगी और रक्षा क्षेत्र में भी महिलाएं अच्छा कर रही हैं।

ठाकुर ने कहा कि डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुंचता है। बैंक खाते, आधार संख्या और मोबाइल प्रौद्योगिकी के माध्यम से पारदर्शी सरकार संभव हो गई है।
उन्होंने कहा, दुनिया का लगभग 46 प्रतिशत डिजिटल लेनदेन भारत में होता है। पिछले नौ वर्षों में 18.5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आये हैं।

 

 

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