धमतरी
ग्राम पंचायत परेवाडीह में भाजपा समर्थित सरपंच खिलेश्वरी साहू के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर जाने के बाद गांव में बवाल मच गया जो देर रात तक जारी रहा। सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल वहां पर पहुंची लेकिन ग्रामीणों और पुलिस के बीच भी जूतम पैचार हुआ। जिसके बाद अलसुबह मामला शांत हुआ और पुलिस ने पंचायत भवन से किसी तरह सरपंच, उसके पति और पंचों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला। गांव में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बताई गई है और पुलिस का पहरा जारी है।
धमतरी ब्लॉक के परेवाडीह में जिला प्रशासन की ओर से छात्रों के हित में उद्यानिकी कॉलेज खोलने की घोषणा कर प्रारंभिक तैयारी शुरू की गई जिसके विरोध में गांव के एक वर्ग द्वारा विरोध किया जा रहा था। ग्राम विकास समिति को विश्वास में लिए बगैर कॉलेज के लिए पंचायत प्रस्ताव बनाने की बात को लेकर सरपंच के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया। पिछले दिनों कलेक्ट्रेट का घेराव भी किया।
इसके बाद पंचों ने सरपंच खिलेश्वरी साहू पति देवेन्द्र के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का आवेदन दिया था। शुक्रवार को नियत तिथि में एसडीएम के निर्देश पर गांव में अविश्वास प्रस्ताव के लिए पंचों का सम्मेलन बुलाया गया, जिसमें सरपंच के विरोध में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया। वोटिंग की प्रक्रिया में सरपंच की कुर्सी बच गई। इसके बाद गांव में बवाल मच गया। अविश्वास प्रस्ताव को देखते हुए सुबह से ही गांव में गहमा-गहमी का माहौल रहा। इसके बाद ग्राम पंचायत के आगे ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। देखते ही देखते ग्रामीणों की भीड़ ने उग्र रूप धारण कर लिया और सरपंच खिलेश्वरी साहू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।