कांग्रेस विधायक मामन खान नूंह हिंसा में बुरे फंसे, और ज्यादा बढ़ने वाली हैं मुश्किलें
नूंह
नूंह में 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा पर हमले के बाद भड़की हिंसा के मामले में गिरफ्तार किए गए कांग्रेस विधायक मामन खान की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ने वाली हैं। भीड़ को उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए फिरोजपुर झिरका के विधायक का नाम डेढ़ दर्जन से अधिक एफआईआर में शामिल करने की तैयारी है। जांच में शामिल एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक तहकीकात आगे बढ़ने के साथ हिंसा में मामन की और भूमिका सामने आ रही है। कम से कम 20 एफआईआर में मामन का नाम शामिल किया जा सकता है।
मामन खान को 31 जुलाई को बढ़कली चौक पर हिंसा भड़काने के आरोप में पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया। पुलिस रिमांड पर लेने के बाद पूछताछ में जुटी है। एक अधिकारी ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि मामन खान जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। अधिकतर सवालों के जवाब में वह कहते हैं, 'मुझे नहीं पता, मुझे याद नहीं है।' राजस्थान से गिरफ्तार किए जाने से पहले मामन खान ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर करके अंतरिम राहत की मांग की थी।
अब तक मामन खान का नाम 4 एफआईआर में शामिल किया गया है। इनमें एक केस भाजपा नेता से जुड़े तेल मिल में आग लगाने का भी है। मामन के खिलाफ सभी 4 एफआईआर नूंह के नगीना पुलिस थाने में दर्ज है। एफआईआर नंबर 137 एक अगस्त को भाजपा नेता शिवकुमार आर्य ने नगीना पुलिस थाने में दर्ज कराया था। उन्होंने शिकायत में कहा था कि जब उन्हें बडकली चौक पर भीड़ एकत्रित होने की सूचना मिली तो उन्होंने मिल बंद कर दिया था। करीब 3 बजे भीड़ ने शटर खोल दिया, कैश लूट लिया और मिल में आग लगा दी, जिससे करीब 1.25 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
मामन खान के खिलाफ आईपीसी की धारा 148 (खतरनाक हथियारों से लैस होकर दंगा करना), 149 (अवैध तरीके से जुटान), 435 (आगजनी), 379B (चोरी की नीयत) और 153 A (समुदायों के बीच नफरत पैदा करने) जैसी धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस केस में पांच आरोपियों आशिक, आसिफ, अल्ताफ, आरिफ और आदिल को 2 अगस्त को गिरफ्तार किया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने उसे दिन मामन खान के साथ संपर्क में होने की बात स्वीकार की और इसके बाद उनका नाम एफआईआर में शामिल किया गया है।